भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और अब तक 9.68 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इस बीच सरकार ने बताया है कि दिवाली तक 50 से 60 फीसदी तक घरेलू उड़ानों का संचालन होने लगेगा। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भारत ने फ्रांस और अमेरिका के साथ व्यक्तिगत द्विपक्षीय एयर बबल स्थापित किया है और एअर इंडिया का निजीकरण जरूरी है।
हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी से पहले जितनी घरेलू उड़ानों का संचालन होता था, उसकी 55 से 60 फीसदी तक उड़ानें दीवाली तक संचालन होने लगेगा।
एयर इंडिया का निजीकरण जरूरी
हरदीप सिंह पुरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर इंडिया को लेकर भी बात की और बताया कि एयर इंडिया का निजीकरण जरूरी है। सरकार इस दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी एयरलाइंस कंपनियां कर्मचारियों के लीव विदाउट पे पर भेज रही हैं, क्योंकि यह उनकी मजबूरी है। सरकार उस स्थिति में नहीं है कि एयरलाइंस कंपनियों को बड़ी आर्थिक मदद कर सके।
कोरोना संकट की वजह से एयर इंडिया को भारी नुकसान
एयर इंडिया के सीएमडी राजीव बंसल ने कहा कि कोरोना संकट की वजह से एयरलाइंस को भारी नुकसान हो रहा है। खर्च कम करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें से एक कर्मचारियों की संख्या में कटौती भी है। उन्होंने कहा कि कंपनी अपने कुछ कर्मचारियों के पोस्ट रिटायरमेंट पर भी विचार कर रही है।
फ्रांस और अमेरिका से उड़ानें आएंगी भारत
कोरोना महामारी के बीच फ्रांस एयरलाइन भारत के कई शहरों और पेरिस के बीच उड़ानों का संचालन करने जा रही है। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि एयर फ्रांस एयरलाइन 18 जुलाई से एक अगस्त तक दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरू और पेरिस के बीच 28 उड़ानों का संचालन करेगी। उन्होंने बताया कि अमेरिका की एयरलाइनों की 17 से 31 जुलाई के बीच 18 उड़ानें भारत आएंगी। पुरी ने कहा कि हमने जर्मनी की एयरलाइनों से भारत के लिए उड़ानों संचालित करने का अनुरोध किया है और इस पर आगे काम हो रहा है।