Waqf Bill JPC meeting: टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी को निलंबित करो?, भाजपा सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा, पानी वाली बोतल तोड़कर जगदंबिका पाल की तरफ...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 23, 2024 06:44 PM2024-10-23T18:44:15+5:302024-10-23T18:44:53+5:30
Waqf Bill JPC meeting: समिति के प्रमुख जगदंबिका पाल पर समिति की बैठक से जुड़े घटनाक्रम के बारे में सार्वजनिक बयान देकर प्रक्रियाओं एवं नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों के बाद उठाया गया।
Waqf Bill JPC meeting: वक्फ (संशोधन) विधेयक पर गठित संसद की समिति में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी को लोकसभा से निलंबित करने और प्राथमिकी दर्ज किये जाने की मांग की। भाजपा सदस्यों ने पत्र में यह भी लिखा है कि बिरला को बनर्जी के आचरण संबंधी मामले को आचार समिति को भेजने और उनकी सदस्यता रद्द करने पर विचार करना चाहिए। भाजपा की ओर से यह कदम विपक्ष के नेताओं की ओर से समिति के प्रमुख जगदंबिका पाल पर समिति की बैठक से जुड़े घटनाक्रम के बारे में सार्वजनिक बयान देकर प्रक्रियाओं एवं नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों के बाद उठाया गया।
समिति की बैठक में मंगलवार को उस समय बेहद ही नाटकीय घटनाक्रम हुआ जब बनर्जी ने पानी वाली कांच की बोतल तोड़कर समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल की तरफ फेंक दी, जिसके बाद उन्हें एक दिन के लिए समिति की बैठक से निलंबित कर दिया गया। भाजपा के सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय के साथ तीखी बहस के दौरान बनर्जी गुस्से में आ गए और बोतल तोड़कर फेंक दी।
इस दौरान उनकी अंगुलियों में चोट आई। बाद में भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे की ओर से पेश एक प्रस्ताव पर विचार किया जिसमें अध्यक्ष के प्रति बनर्जी के आचरण के लिए उनको समिति की अगली बैठक से निलंबित करने की मांग की गई। इस प्रस्ताव को आठ के मुकाबले 10 मतों से मंजूरी दी गई। इसके बाद बनर्जी को समिति की अगली बैठक से निलंबित कर दिया गया।
समिति में घटे घटनाक्रम के बार में मीडिया को दिए बयान में पाल ने बनर्जी के आचारण की निंदा करते हुए कहा था कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे। उन्होंने कहा, ‘‘यह अप्रत्याशित घटना है...वह सारी सीमाओं को लांघ गए थे, सारी मर्यादा को लांघ गए थे....समिति की अगली बैठक से उन्हें निष्कासित किया गया है।’’ पाल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को फोन कर घटनाक्रम से अवगत करा दिया है।
विपक्ष के नेताओं ने बुधवार को आरोप लगाया कि पाल ने इस घटना के बारे में सार्वजनिक बयान देकर प्रक्रियाओं एवं नियमों का उल्लंघन किया है। हालांकि, पाल ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने नियमों का कोई उल्लंघन नहीं किया है और सिर्फ एक सदस्य द्वारा की गई हिंसा की घटना का उल्लेख किया।