फिर गरमाया व्यापमं मुद्दा, गुमनाम चिट्ठी को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
By राजेंद्र पाराशर | Published: July 24, 2019 03:35 AM2019-07-24T03:35:44+5:302019-07-24T03:35:44+5:30
व्यापमं घोटाला: गुमनाम चिट्ठी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने बयान पर कायम हैं. उनका कहना है कि चिट्ठी के आधार पर ही व्यापमं मामले की जांच कराई गई थी. जैसे ही पत्र के जरिए जानकारी मिली उसी के आधार पर हमने जांच कराई थी.
मध्यप्रदेश में एक बार फिर व्यापमं मुद्दा गर्मा गया है. इस मुद्दे को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल आमने-सामने आ गए हैं और गुमनाम पत्र पर सियासत करने लगे हैं. राज्य विधानसभा में सोमवार को गृह मंत्री बाला बच्चन ने यह जानकारी दी कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बताया गया गुमनाम पत्र नहीं है. इसके बाद इस पत्र को लेकर सियासत गर्मा गई है.
कांग्रेस सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इस मामले को लेकर कहा कि व्यापमं घोटाले की जांच के बाद अब कई राजनेता और अधिकारी जेल की सलाखों के पीछे होंगे. वहीं भाजपा ने इस पर पलटवार किया है. भाजपा की ओर से पूर्व गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि उन्हें चिट्ठी के बारे में कुछ नहीं मालूम. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर सालों से राजनीति करती आई है, उसे कुछ हासिल नहीं हुआ. पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार है उसके पास सब कुछ है. हालांकि कांग्रेस के नेता पूर्व में सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, सीबीआई सब जगह जा चुके हैं, लेकिन किसी की जांच में कहीं कुछ नहीं निकला. लेकिन कांग्रेस जिस भी तरह की जांच करवाना चाहती है हम उसका स्वागत करेंगे.
वहीं गुमनाम चिट्ठी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने बयान पर कायम हैं. उनका कहना है कि चिट्ठी के आधार पर ही व्यापमं मामले की जांच कराई गई थी. जैसे ही पत्र के जरिए जानकारी मिली उसी के आधार पर हमने जांच कराई थी. कई बार चिट्ठी को लेकर जानकारी दी जा चुकी है. वहीं परिवार पर लगे आरोप पर उन्होंने कहा कि जो करना है करे सरकार, खुली छूट है. चिट्ठी में न उलझे, बल्कि जांच करे.
प्रियंका सिंगरौली, सतना भी आए
पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने सोनभद्र जाने को लेकर प्रियंका गांधी द्वारा धरने पर बैठने को लेकर तंज कसा कि उन्हें उत्तरप्रदेश के सोनभद्र के अलावा दूसरे राज्यों में भी जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भी हुई घटनाओं को लेकर प्रियंका को गंभीर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सिंगरौली और सतना में महिला के साथ हुए अपराधों को लेकर कहा कि प्रियंका गांधी को सोनभद्र की तरह यहां भी पीड़ित के घर जाना चाहिए.