ओडिशा के मलकानगिरि जिले में गांव वालों ने एक माओवादी को मार गिराया
By भाषा | Published: January 26, 2020 05:04 PM2020-01-26T17:04:15+5:302020-01-26T17:04:15+5:30
ओडिशा के मलकानगिरि जिले में ग्रामीणों के हाथों एक माओवादी मारा गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि शनिवार की रात दो माओवादी जैंतुरई गांव आये थे और उन्होंने निवासियों को गणतंत्र दिवस को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि हालांकि निवासियों ने माओवादियों के इस फरमान का विरोध किया और इन दोनों का गांव के बाहर तक पीछा किया।
माओवादियों ने लोगों को आतंकित करने के लिए गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने धनुष और तीर जैसे अपने पारंपरिक हथियारों से जवाबी कार्रवाई की। ग्रामीणों ने माओवादियों पर पथराव भी किया जिससे एक माओवादी मारा गया और एक अन्य घायल हो गया।
ग्रामीणों का मानना था कि वे क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी के कारण विकास कार्यक्रमों से वंचित हैं। हाल में माओवादियों ने जैंतुरई गांव को जोड़ने वाली एक सड़क के निर्माण का विरोध किया था। पुलिस ने बताया कि एक माओवादी मारा गया और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। राज्य में इस तरह की यह पहली घटना है जिसमें ग्रामीणों ने माओवादियों पर हमला किया है।
मलकानगिरि के पुलिस अधीक्षक आर डी खिलारी ने कहा, ‘‘हमें बताया गया है कि माओवादियों द्वारा गोलियां चलाने पर ग्रामीणों ने जवाबी कार्रवाई की। ऐसा बताया गया है कि एक माओवादी मारा गया।’’ पुलिस ने बताया कि बीएसएफ के जवानों समेत सुरक्षाकर्मियों को गांव रवाना किया गया है क्योंकि निवासियों को आशंका है कि माओवादी बदला लेंगे।
पुलिस ने घायल माओवादी को इलाज के लिए मलकानगिरि के जिला मुख्यालय अस्पताल पहुंचाया है। इस बीच कालाहांडी जिले से प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार नियामगिरी पहाड़ियों के निकट सुरक्षाकर्मियों और माओवादियों के बीच गोलीबारी हुई। माओवादियों ने 22 जनवरी को नियामगिरी क्षेत्र में एक सड़क का निर्माण कार्य रूकवा दिया था।