नीतीश कुमार पर विजय कुमार सिन्हा ने कसा तंज, कहा- स्वार्थवश किसी की भी चढ़ा सकते हैं बलि
By एस पी सिन्हा | Published: January 24, 2023 05:56 PM2023-01-24T17:56:27+5:302023-01-24T17:57:24+5:30
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि नीतीश कुमार अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए किसी की भी बलि पर चढ़ा सकते हैं, चाहे वह पार्टी के प्रति कितना भी ईमानदार क्यों न हो।
पटना: बिहार में उपेंद्र कुशवाहा को लेकर जदयू में मचे घमासान पर भाजपा ने निगाहें टिका दी है। जदयू में चल रही तानातनी के बीच नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए किसी की भी बलि पर चढ़ा सकते हैं, चाहे वह पार्टी के प्रति कितना भी ईमानदार क्यों न हो। कुशवाहा कभी-कभी सही बात बोल देते हैं, जो नीतीश को नागवार गुजरती है। विजय सिन्हा ने कहा है कि नीतीश कुमार अपने स्वार्थ के लिए किसी की भी बलि पर चढ़ा सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए अब तक बहुत से लोगों को बलि चढ़ा चुके हैं और अब अगला नंबर उपेंद्र कुशवाहा का है। नीतीश कुमार को सिद्धांतवादी और वफादार लोग बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं। अपने स्वार्थ और अहंकार के लिए वे ऐसे किसी भी शख्स की बलि चढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता के हालात उत्पन्न हो गए हैं। ये राजनीतिक अस्थिरता लाने वाले वही लोग हैं, जिन्होंने राज्य की जनता के जनादेश का अपमान किया है। बिहार के लोगों को भ्रम में डालकर अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा को सिद्ध कर रहे हैं।
विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार न तो किसी सिद्धांत के लिए बनी है और न ही लोगों की सेवा करने के लिए। महागठबंधन की सरकार सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए बनी है। उन्होंने कहा कि जदयू और राजद का गठबंधन सिर्फ अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए बना था। एक को प्रधानमंत्री बनना था और दूसरे को मुख्यमंत्री बनने की चाहत है।
दोनों दलों के बीच प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए समझौता हुआ था। उपेंद्र कुशवाहा कभी कभी सही बोल देते हैं, लेकिन पूरा सच नहीं बोल पाते हैं। नीतीश और तेजस्वी दोनों एक दूसरे को ठगने का काम कर रहे हैं और इस ठगबंधन के कारण पूरे बिहार की जनता ठगा रही है। ऐसे लोग सिर्फ लूटने की नीयत से सत्ता में बना रहना चाहते हैं। इन्हे बिहार की जनता से कोई लेना देना नहीं है। नीतीश कुमार जनादेश का सम्मान करते हुए बिहार विधानसभा को भंग करें।