अपने बयान को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह उनके साथ हैं और देखेंगे कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस 'कातिल' का। उनके इस बयान के बाद जब मौजूद पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वह 'कातिल' किसे कह रहे थे तो वह सवालों को टाल गए।
मंगलवार को अय्यर दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए। यहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके लिए वह जो कुछ भी कर सकते हैं, उसे करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा 'जो कुछ भी आपके लिए कर सकता हूं वो करने के लिए तैयार हूं, यह वायदा करता हूं, आप सबके सामने वायदा करता हूं। जो कुछ भी सहारा आप मुझसे चाहते हैं, वो मैं देने को तैयार हूं। और जो भी कुर्बानियां देनी हो, उसमें मैं भी शामिल होने को तैयार हूं। अब देखें कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस कातिल का।' इससे पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 'नीच' और 'चायवाला' शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं।
बता दें कि शाहीन बाग में पिछले एक महीने से प्रदर्शनकारी सीएए का विरोध कर रहे हैं। इस वजह से दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाला कालिंदी कुंज रोड काफी दिनों से बंद है। मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय ने पुलिस को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के मद्देनजर कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग पर यातायात पाबंदियों पर व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए विचार करने का निर्देश देते हुए कहा कि जहां कहीं भी प्रदर्शन हो रहा है पुलिस के पास यातायात को नियंत्रित करने की शक्तियां हैं।
पुलिस ने कालिंदी कुंज-शाहीन बाग सड़क को खाली कराने की प्रकिया शुरू की
पुलिस ने दिल्ली में कालिंदी कुंज-शाहीन बाग सड़क को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दरअसल, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एक महीने से इसे अवरूद्ध कर रखा है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कालिंदी कुंज-शाहीन बाग खंड पर यातायात प्रतिबंधों पर पुलिस को गौर करने का दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा निर्देश दिए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास शाहीन बाग में एक सड़क को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस इस व्यस्त सड़क को खाली कराने के लिए बलप्रयोग के बजाय समझाने बुझाने की नीति का पालन कर रही है।’’ दक्षिण दिल्ली में कई लोग यह सड़क बंद रहने के चलते असुविधा का सामना कर रहे हैं क्योंकि इससे नोएडा के साथ सीधा संपर्क कट गया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को शहर की पुलिस को कालिंदी कुंज-शाहीन बाग खंड पर यातायात प्रतिबंधों पर गौर करने का निर्देश दिया था। यह सड़क सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों को लेकर करीब एक महीने से बंद है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि पुलिस अवरूद्ध सड़क को खाली कराने के लिए व्यापारिक संगठन, धार्मिक नेताओं और समुदाय के नेताओं से बात करेगी। इस बीच, जेएनयू परिसर में हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष सहित आठ संदिग्धों से पूछताछ की है।