गांधी जी ने खुद RSS के मूल्यों को स्वीकारा था- उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू
By भारती द्विवेदी | Published: June 2, 2018 06:07 AM2018-06-02T06:07:38+5:302018-06-02T06:07:38+5:30
'गांधी जी ने आरएसएस की विचारधारा को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा था कि जब मैं आरएसएस कैंप गया, तब वहां का अनुशासन को देखकर हैरान रह गया था।
नई दिल्ली, 2 जून: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राष्ट्रीय संघ सेवक (आरएसएस) की विचारधारा पर सवाल खड़े करने वालों पर निशाना साधा है। उन्होंने नानाजी मेमोरियल लेक्चर में लोगों से आरएसएस के बारे में बात करते हुए कहा है- 'मुझे किसी भी इंसान का आरएसएस की सिंद्धातों के साथ आपत्ति जताने का कोई कारण नहीं दिखता है, जबकि इसका मुख्य उद्देश्य प्राचीन भारतीय मूल्यों के आधार पर लोगों के चरित्र का निर्माण करना है। आरएसएस की विचाराधारा 'वैसुधव कंटुबकम' की ही वकालत करता है, जिसका मतलब है कि दुनिया एक परिवार है।'
I see no reason for anyone to have any objection with principles of RSS which are aimed at character development based on core ancient Indian ethos & values which advocated the philosophy of ‘Vasudhaiva Kutumbakam’ meaning the world is one family: Venkaiah Naidu #Delhi (01.06.18) pic.twitter.com/MGMikcI4Ns
— ANI (@ANI) June 1, 2018
उपराष्ट्रपति आगे कहते हैं- 'गांधी जी ने आरएसएस की विचारधारा को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा था कि जब मैं आरएसएस कैंप गया, तब वहां का अनुशासन को देखकर हैरान रह गया था। उन्होंने खुद स्वयंसेवकों से इस बारे में बात की। फिर उन्हें पता चला कि वहां मौजूद सभी लोग एक-दूसरे की जाति जाने बिना, एक साथ रह रहे और खा रहे हैं।'
Gandhiji had acknowledged values of RSS. He'd said,“When I visited RSS camp I was surprised by your discipline & absence of untouchability” He himself enquired about this to volunteers & found that they're living& eating together without trying to know each other’s caste: V Naidu pic.twitter.com/OjpxJyF5sr
— ANI (@ANI) June 1, 2018
उन्होंने आगे कहा- 'मैं आरएसएस से जुड़ा हूं। मैं इस बात की गांरटी दे सकता हूं कि आरएसएस का मतलब आत्म अनुशासन, आत्म-सम्मान, सामाजिक आंदोलन, निस्वार्थ सेवा, आत्मनिर्भरता और सामाजिक सुधार है।'
From my association with RSS, I can assure that RSS is all about self-discipline, self-respect, self-defence, self- reliance, social reform, social consciousness, social movement, selfless service, all guided by the philosophy of supremacy of the nation: Venkaiah Naidu #Delhipic.twitter.com/V72SYsysr3
— ANI (@ANI) June 1, 2018
बता दें कि आरएसएस ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सात जून को होने वाले अपने 'संघ शिक्षा वर्ग-तृतीय वर्ष समापन समारोह' के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है। खबरों के मुताबिक मुखर्जी ने इस न्योते को स्वीकार कर लिया है। जिसके बा द कांग्रेस के कई नेताओं ने आपत्ति जाताई है। एक सवाल के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'आरएसएस और हमारी विचारधारा में बहुत अंतर है। यह वैचारिक फर्क आज भी है और आगे भी रहेगा।'
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