वंदे भारत मिशन: 31 देशों से होगी 30 हजार भारतीयों की वापसी, अमेरिका में फंसे 240 से ज्यादा लोगों को लेकर विमान स्वदेश हुआ रवाना
By भाषा | Published: May 13, 2020 02:42 PM2020-05-13T14:42:47+5:302020-05-13T14:42:47+5:30
कोरोना वायरस महामारी के बीच अमेरिका में फंसे भारत के 240 लोगों को लेकर एयर इंडिया का एक विमान डलास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से स्वेदश रवाना हुआ। इन यात्रियों में विद्यार्थी, महिलाएं, बच्चे और वरिष्ठ नागरिक हैं।
नई दिल्लीः नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण में 31 देशों से 30,000 भारतीयों की स्वदेश वापसी होगी। इसके लिए 16 मई से 22 मई के बीच 149 विमानों का संचालन किया जाएगा। वंदे भारत मिशन के पहले चरण में एअर इंडिया और उसकी अनुषंगी एअर इंडिया एक्सप्रेस सात मई से 14 मई के बीच 64 विमानों का परिचालन किया। इसके तहत 12 देशों से 14,800 भारतीयों को स्वदेश वापस लाया गया है।
हालांकि, इसके लिए उनसे किराया वसूला गया है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है। इसके चलते सभी वाणिज्यिक उड़नों का परिचालन बंद है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 74,200 का आंकड़ा पार कर चुकी है जबकि 2,400 से अधिक लोगों की इससे मौत हो चुकी है।
इधर, कोरोना वायरस महामारी के बीच अमेरिका में फंसे भारत के 240 लोगों को लेकर एयर इंडिया का एक विमान डलास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से स्वेदश रवाना हुआ। इन यात्रियों में विद्यार्थी, महिलाएं, बच्चे और वरिष्ठ नागरिक हैं। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि अमेरिका में फंसे भारत के 28,000 नागरिक भारत लौटने की इच्छा जता चुके हैं।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में अमेरिका के चार शहरों न्यूयॉर्क, शिकागो, सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन डीसी से सात विमानों का संचालन किया गया है। पहला चरण इस सप्ताह समाप्त हो जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में इन शहरों से सात विमानों को रवाना करने की तैयारी चल रही है।
भारतीय संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने वंदे भारत अभियान के तहत कई और विमानों के परिचालन से इनकार नहीं किया। कोरोना वायरस महामारी की वजह से विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वेदश वापस लाने का भारत सरकार का यह सबसे बड़ा अभियान है। संधू ने हवाईअड्डे पर स्वेदश रवाना हो रहे लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘ यह अप्रत्याशित स्थिति है। कोई भी इसके लिए तैयार नहीं था। जहां कहीं भी भारत के लोग हैं, हम उनकी सेवा में हैं।’’
पहले चरण का पहला विमान सैन फ्रांसिस्को से रविवार को रवाना हुआ था और अंतिम विमान 15 मई को रवाना होगा। इस चरण में करीब 2,000 भारतीय नागिरकों को देश लाया जा रहा है। भारत लौटने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए अब भी पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है। यह विशेष विमान सिर्फ भारतीय नागरिकों के लिए है।