बीजेपी के साथ रिश्ते पर शिवपाल यादव ने तोड़ी चुप्पी, बताया-क्यों किया समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 1, 2018 10:34 AM2018-09-01T10:34:00+5:302018-09-01T10:54:52+5:30
ShivPal Singh Yadav Samajwadi Secular Morcha: समाजवादी पार्टी (सपा) में हाशिये पर चल रहे दिग्गज नेता शिवपाल सिंह यादव ने हाल ही में अपनी राहें अलग करने के संकेत देते हुए समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन का औपचारिक ऐलान किया।
समाजवादी पार्टी (सपा) में हाशिये पर चल रहे दिग्गज नेता शिवपाल सिंह यादव ने हाल ही में अपनी राहें अलग करने के संकेत देते हुए समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन का औपचारिक ऐलान किया। ऐसे में शुक्रवार को राष्ट्रीय एकता सम्मेलन नाम से आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा है कि मैं सोचता था नेता जी (मुलायम सिंह) का अपमान न हो।
मैंने अपने इकलौते बेटे की कसम खाई थी। दो साल इसीलिए उपेक्षा सही कि परिवार न टूटे पर बहुत होने पर सेक्यूलर मोर्चा गठित करने का निर्णय लिया। भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर मोर्चे के गठन की उड़ती बातों पर भी उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि लोग इस बात की अफवाह फैला रहे हैं कि मैंने बीजेपी की इशारे में मोर्चा का गठन किया है।
चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने कहा है कि मेरी बीजेपी से कोई बात भी नहीं हुई है, जो यह अफवाह फैला रहे हैं वह डरे हुए हैं और मेरे रास्ते को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने खुद पर लगे आरोपों पर कहा कि जब सपा की सरकार राज्य में रही तब मेरे पास कई अहम मंत्रालय रहे लेकिन कभी मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं लगा फिर भी बर्खास्त किया गया। उन्होंने कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम का तो उन्हें आशीर्वाद मिल गया है।
अब सभी धर्मगुरुओं से भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान में किसी सपा नेता ने मुझसे वोट नहीं मांगा था। किसी कांग्रेसी ने भी वोट को नहीं कहा था, जबकि रामनाथ कोविन्द ने तीन तीन बार वोट मांगा और मैने डंके की चोट पर उन्हें वोट दिया था।
नए मोर्चा के गठन के बाद उन्होंने कहा कि शिवपाल ने यहां संवाददाताओं से कहा मैंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन किया है। मैंने दो साल तक इंतजार किया। मैं समाजवादी पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहा हूं। मुझे ना तो पार्टी के कार्यक्रमों की कोई सूचना दी जाती है और ना ही कोई जिम्मेदारी मिलती है। उन्होंने कहा मैं सपा में सबसे मिलकर रहना चाहता हूं, इसीलिये मैंने इतना इंतजार किया। अब हम गांव-गांव, जिले-जिले जाकर मोर्चे को मजबूत करने के लिये काम करेंगे।
शिवपाल ने कहा सपा में अनेक ऐसे कार्यकर्ता हैं, जो उपेक्षित हैं। उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी और उनसे कहा जाएगा कि वे मोर्चा को मजबूती दें। मैं पिछड़े वर्ग के लोगों तथा छोटी पार्टिंयों को भी मोर्चे से जोड़ने की कोशिश करूंगा। इस सवाल पर कि क्या उनका मोर्चा आगामी लोकसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगा, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।