उत्तराखंडः पिथौरागढ़ में भूस्खलन के चलते लिपुलेख-तवाघाट मार्ग हुआ बंद, आदि कैलाश के 300 यात्री फंसे
By अनिल शर्मा | Published: June 1, 2023 03:09 PM2023-06-01T15:09:51+5:302023-06-01T15:19:26+5:30
एजेंसी एएनआई के मुताबिक, करीब 300 लोग धारचूला और गुंजी में फंसे हुए हैं और दो दिनों के बाद ही सड़क को यातायात के लिए खोले जाने की उम्मीद है।
पिथौरागढ़ः उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भूस्खलन के चलते लिपुलेख-तवाघाट मार्ग बंद होने के कारण कम से कम 300 यात्री फंस गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, लखनपुर के पास धारचूला से 45 किमी ऊपर लिपुलेख-तवाघाट सड़क पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा गिर गया जिसके बाद करीब 100 मीटर सड़क बह गई। इसके चलते धारचूला और गुंजी में सैकड़ों यात्री फंसे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने जिला प्रशासन के हवाले से बताया कि पिथौरागढ़ के बाहरी इलाके में, लिपुलेख-तवाघाट मोटर रोड, धारचूला से 45 किमी ऊपर, लखनपुर के पास, भूस्खलन की वजह 100 मीटर बह गया है। एजेंसी के मुताबिक, करीब 300 लोग धारचूला और गुंजी में फंसे हुए हैं और दो दिनों के बाद ही सड़क को यातायात के लिए खोले जाने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने राज्य के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, गढ़वाल, हरिद्वार, नैनीताल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी जिलों में धूल भरी आंधी और गरज के साथ छींटे पड़ने का अलर्ट जारी किया है। पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी कर सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित जगहों पर रहने को कहा है।
जिला प्रशासन और मौसम विभाग ने यमुनोत्री और गंगोत्री धाम यात्रा के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं से मौसम का पूर्वानुमान लेने के बाद यात्रा करने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने कहा कि यात्रा के दौरान अपने साथ रेन कवर, छाता और ऊनी/गर्म कपड़े जरूर रखें।