उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिया इस्तीफा, चार महीने पहले ही बने थे सीएम, संवैधानिक संकट को बताया कारण
By अभिषेक पारीक | Published: July 3, 2021 07:19 AM2021-07-03T07:19:44+5:302021-07-03T07:40:05+5:30
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रावत ने शुक्रवार देर रात को अपने पद से इस्तीफा दिया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रावत ने शुक्रवार देर रात को अपने पद से इस्तीफा दिया। उन्होंने राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। साथ ही मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताया है। रावत ने कहा कि संवैधानिक संकट खड़ा होने के कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है।
तीरथ सिंह रावत मार्च में मुख्यमंत्री बने थे। उन्हें 10 सितंबर से पूर्व ही उप चुनाव में जीत के जरिये विधानसभा में पहुंचना था। हालांकि कोविड-19 महामारी के चलते उप चुनाव में देरी हो रही थी। चार महीने बाद रावत के इस्तीफे से एक बार फिर उत्तराखंड में सियासी संकट गहरा गया है और शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।
भाजपा ने विधायक दल की बैठक बुलाई
शनिवार दोपहर तीन बजे देहरादून में भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। भाजपा कार्यालय में होने वाली बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पर्यवेक्षक बनाया गया है। बैठक में सभी विधायकों को उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। बैठक का नेतृत्व उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष मदन कौशिक करेंगे। बता दें कि रावत ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद इस्तीफे की पेशकश की थी। जिसके बाद से ही उत्तराखंड में सियासी हलचल तेज हो गई थी।
अब कौन होगा नया मुख्यमंत्री
रावत के इस्तीफे के बाद राज्य के नए मुख्यमंत्री को लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं। सियासी गलियारों में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में चार नेताओं के नामों की खासी चर्चा है। इनमें सतपाल महाराज का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। वहीं दूसरी प्रबल दावेदार रेखा खंडूरी को माना जा रहा है। साथ ही पुष्कर सिंह धामी और धन सिंह रावत के नामों की भी चर्चा हो रही है।
उपलब्धियों की दी थी जानकारी
इस्तीफे से पूर्व तीरथ सिंह रावत ने एक प्रेस कांफ्रेंस भी की थी और अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी थी। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने प्रदेश में बीस हजार नई नियुक्तियों की भी घोषणा की थी। साथ ही कोरोना से अर्थव्यवस्था के बुरी तरह से प्रभावित होने की भी बात कही थी।