उत्तर प्रदेश: सीएम योगी बोले माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश ने सीएम की भाषा पर जताई नाराजगी
By राजेंद्र कुमार | Published: February 25, 2023 05:10 PM2023-02-25T17:10:36+5:302023-02-25T17:10:36+5:30
सदन में यह दावा करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, सपा ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। हम किसी भी मीडिया को नहीं छोड़ेंगे। सपा माफियाओं की पोषक है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की विधानसभा में शनिवार को विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में दिन दहाड़े हुई हत्या का मामला योगी सरकार के लिए किरकिरी बना। विधानसभा में इस मामले को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में उमेश पाल की हत्या को यूपी की खराब कानून व्यवस्था का उदाहरण बताया। जबकि सदन के बाहर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा गवाह उमेश पाल की हत्या यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है। सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए। सपा और बसपा के बड़े नेताओं द्वारा यूपी की कानून व्यवस्था पर किए गए इस हमले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि हम माफियाओं के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे।
सदन में यह दावा करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, सपा ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। हम किसी भी मीडिया को नहीं छोड़ेंगे। सपा माफियाओं की पोषक है। राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद दोषी है उसे सपा ने विधायक बनाकर प्रश्रय दिया। यह दावा करते हुए सीएम योगी ने अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आप खुद माफियाओं का पोषण कर रहे हैं. इस पर अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी की भाषा पर सवाल उठाए तो सदन में कुछ देर के लिए हंगामा हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के दखल के बाद सदन की कार्यवाही फिर से चलने लगी, लेकिन यह प्रकरण योगी सरकार की किरकिरी करा गया। इसकी वजह रही यूपी की कानून व्यवस्था पर हर तरफ से उठाए गए सवाल। शनिवार को सदन में सीएम योगी राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन को संबोधित करने वाले थे, पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह की गोली मारकर हत्या का मुद्दा उठा दिया।
अखिलेश यादव ने कहा, इलाहाबाद जैसा महानगर जहां हाईकोर्ट है, वहां दिन दहाड़े गोलियां चल रही हैं। बम चल रहे हो। धुआं उठते हुए दिख रहा हो और मुख्य उमेश पाल की हत्या हो जाए. जो सुरक्षाकर्मी थे उनकी हत्या हो जाए। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि पुलिस क्या कर रही है उत्तर प्रदेश में आखिरकार यह सरकार कर क्या रही है। यह हत्याकांड में सिक्योरिटी का फेलियर, बेहद तल्ख अंदाज में सरकार को घेरने वाले यह सवाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खल गए।
उन्होंने उसी तल्खी में जवाब दिया कि माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा मुख्यमंत्री का इशारा जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद की तरफ था जो राजू पाल की हत्या के एक आरोपी हैं। प्रयागराज पश्चिम के विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी, 2005 को हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद व उसके छोटे भाई पूर्व विधायक अशरफ पर केस चल रहा है। उमेश पाल की हत्या के मामले में भी अतीक के परिवार वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।