यूपी: बीजेपी में बढ़ी आंतरिक कलह, हो सकते हैं बड़े बदलाव
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 17, 2018 12:50 AM2018-06-17T00:50:55+5:302018-06-17T00:50:55+5:30
लोकसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम समय रह गया है, लेकिन बीजेपी की आंतरिक मुश्किलें खत्म होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है।
आगरा, 17 जून: लोकसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम समय रह गया है, लेकिन बीजेपी की आंतरिक मुश्किलें खत्म होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। वहीं एनडीए की बात करें तो उसके साथ दलों की नाराजगी से परेशान बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई में आंतरिक कलह सतह पर आ गई है।
खबरों की मानें यूपी में बीजेपी के अंदर सांसद, विधायक खुलकर गैंगबाजी कर रहे हैं। चिंतनीय खराब स्थिति ब्रज मंडल के आगरा की है, जहां दो सांसद न केवल आमने-सामने हैं और एक दूसरे पर शक्ति प्रदर्शन करते रहते हैं। कहा जा रहा है कि यहां की स्थिति इस तरह की हो गई है कि राज्य बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय को भरी जनसभा में ऐलान करना पड़ा कि इलाके के नेता दो धड़े में नहीं बंटे हुए हैं।
लेकिन सच यहां का कुछ और ही हालात इससे भी बदतर हैं लेकिन राज्य में 42 बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष के पदों पर नियुक्ति होनी है इसलिए अधिकांश नेता खुलकर नहीं बोल रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि ऐसा करने से वो इन बोर्डों या निगमों में कुर्सी पाने से वंचित हो सकते हैं। वहीं, कुछ नेताओं को आने वाले चुनाव के लिए टिकट भी चाहिए।
वहीं, खबर के मुताबिक बीजेपी की आंतरिक कलह से पार्टी का बड़े नेता भी परेशान है और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चिंतित है कि कहीं गुटबाजी से पार्टी को नुकसान न उठाना पड़े। वहीं, फिलहाल आगरा जिले की कुल 9 विधान सभा और दो लोकसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। इनके अलावा करीब 100 निगम पार्षद भी बीजेपी से ताल्लुक रखते हैं मगर ये सभी एकजुट नहीं हैं।
वहीं कहा जा रहा है कि पार्टी की इस उठापटक को दूर करने के लिए केंद्र जल्द बड़ा फैसला ले सकती है। यहां के लिए खुद केंद्र के द्वारा कार्यभार को देखा जाएगा। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ भी अपना हस्तपक्षेप दिखा सकते हैं। कहीं आपस की इस जंग की वजह से कहीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी को नुकसान न उठाना पड़ जाय। बहरहाल, पार्टी संगठन में फेरबदल करने पर विचार कर रही है।