Prophet comments row: नूपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी पर बोले यूपी के अल्पसंख्यक मंत्री- भाजपा की प्राथमिकता को दर्शाती है पार्टी की कार्रवाई
By मनाली रस्तोगी | Published: June 12, 2022 01:34 PM2022-06-12T13:34:26+5:302022-06-12T13:38:40+5:30
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि कहा कि हमारी पार्टी ने स्थिति का जायजा लिया और साफ किया कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और यह भी हमारा कर्तव्य है कि हम सभी शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखें।
लखनऊ: निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के बाद चल रहे विरोध के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री दानिश आजाद अंसारी का बयान सामने आया है। रविवार को उन्होंने कहा कि पार्टी की कार्रवाई स्पष्ट करती है कि सभी धर्मों का सम्मान करना उसकी प्राथमिकता है। यही नहीं, आजाद ने लोगों से कानून-व्यवस्था बनाए रखने का भी आग्रह किया।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए दानिश आजाद अंसारी ने कहा, "हमारी पार्टी और हमारी सरकार सभी धर्मों की एकता और सम्मान में विश्वास करती है। वे सभी दलों के साथ मिलकर काम करने जा रहे हैं। हम 'सबका साथ, सबका विकास' में विश्वास करते हैं। जो कुछ भी कहा गया, हमारी पार्टी ने स्टैंड लिया और स्पष्ट किया कि सभी धर्मों का सम्मान करना हमारी प्राथमिकता है। हम सभी को भी कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए।"
आजाद के मुताबिक जिस तरह से पार्टी ने इस विवाद के खिलाफ कार्रवाई की, उससे साफ और स्पष्ट संदेश गया कि पार्टी विकास में विश्वास करती है और लोगों को बांटने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दानिश आजाद ने आगे कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। अगर कोई मुद्दा है तो हमें उसे परिपक्व तरीके से पेश करना चाहिए और अपने देश को आगे ले जाना चाहिए।
उन्होंने ये भी कहा कि हमारी पार्टी ने स्थिति का जायजा लिया और साफ किया कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और यह भी हमारा कर्तव्य है कि हम सभी शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखें। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
दिल्ली की जामा मस्जिद में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसे बाद में पुलिस द्वारा विरोध स्थल से प्रदर्शनकारियों को हटाने के बाद नियंत्रण में लाया गया। शुक्रवार की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों से नारेबाजी और पथराव सहित हिंसा की कई घटनाएं भी सामने आईं, जब लोगों ने भाजपा के पूर्व नेताओं शर्मा और जिंदल के भड़काऊ बयानों का विरोध करना शुरू कर दिया।
बताते चलें कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया। कुछ खाड़ी देशों ने भी अपना विरोध दर्ज कराया है। हालांकि, भारत ने गुरुवार को दोहराया कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती है और कहा कि टिप्पणी करने वालों के खिलाफ संबंधित तिमाहियों द्वारा कार्रवाई की गई है।