विरासत बचाओ यात्रा पर निकले उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कही ये बात
By एस पी सिन्हा | Published: March 1, 2023 05:26 PM2023-03-01T17:26:14+5:302023-03-01T17:27:08+5:30
पश्चिमी चंपारण के भितिहरवा से यात्रा की शुरू करने के बाद आज मोतिहारी पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।
पटना: जदयू से नाता तोड़ अलग नई पार्टी रालोजद बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहाबिहार में विरासत बचाओ यात्रा पर निकले हुए हैं। पश्चिमी चंपारण के भितिहरवा से यात्रा की शुरू करने के बाद आज मोतिहारी पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महात्मा गांधी के साथ धोखा किया है।
इस दौरान उन्होंने राजद के नेता के तरफ से दिए जा रहे विवादित बयानों को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राजद के लोग जो बर्ताव कर रहे हैं, ये किसी मुख्यमंत्री के लिए नहीं होना चाहिए था। लेकिन इसके बाबजूद वे कुछ कर नहीं सकते हैं।
कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार एकबार फिर से बिहार को 2005 के पहले वाला बिहार बनाने में जुट गए हैं। हालांकि, अब बिहार के लोग जागरूक हो गए हैं और उनकी बातों में नहीं आने वाले हैं। बिहार में वापस से 2005 में जाने से बचाने के लिए ही मेरी यह विरासत बचाओ नमन यात्रा चल रही है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में घूम-घूमकर कसम खाई थी कि हम 2005 वाली स्थिति से राज्य को बाहर लाएंगे। लोगों से कहा कि हमारा साथ दो, हम बिहार को वर्तमान स्थिति से बाहर निकालेंगे। मगर अब वे अपनी राह से भटक गए हैं। कुशवाहा ने कहा कि चाहे जो भी परिस्थिति आ जाए, वे बिहार को 2005 से पहले वाली स्थिति में नहीं जाने देंगे। बापू से लोग झूठ बोल रहे हैं।
वहीं, पूर्णिया की रैली के लालू यादव के संबोधन को लेकर कुशवाहा ने कहा कि अब बिहार में लालू का राज नहीं आने वाला है। बिहार के लोग लालू परिवार से परेशान हो चुके हैं। अब बिहार में लालू यादव का वजूद खत्म हो गया है। इसके साथ ही अब नीतीश कुमार की भी जमीन खिसक गई है। उन्होंने नीतीश के शराबबंदी के फैसले पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि यह कानून गरीब लोगों के लाभ के लिए नहीं बना है। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा की विरासत बचाओ यात्रा 28 जिलों से गुजरेगी। दो चरणों में होने वाली इस यात्रा का पहला चरण सीवान में खत्म होगा। इसके बाद 15 मार्च से पटना से दूसरा चरण शुरू होगा और 30 मार्च को अरवल में इसका समापन होगा।