यूपी: सपा-सुभासपा में तूतू-मैंमैं, अरुण राजभर ने कहा, "सपा के गुंडे ओम प्रकाश राजभर को दिन-रात गाली दे रहे हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 11, 2022 05:29 PM2022-12-11T17:29:26+5:302022-12-11T17:33:12+5:30
यूपी चुनाव 2022 हारते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को साइड कर दिया, वहीं योगी शासन पार्ट वन में मंत्री की गद्दी ठुकराकर सपा के साथ भाजपा को हराने के लिए लामबंद हुए ओपी राजभर भी नया ठौर तलाश रहे हैं। इस कारण दोनों दल एक-दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 साथ मिलकर लड़ने और हारने वाली समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज के बीच बीते कुछ समय से लगातार सिर-फोड़उव्वल मच रहा है। दरअसल दोनों दल एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव में धोखा देने और आपसी प्रत्याशियों को हराने का आरोप लगा रहे हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव हारते ही सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को साइड कर दिया, वहीं योगी शासन पार्ट वन में मंत्री की गद्दी ठुकराकर सपा के साथ भाजपा को हराने के लिए लामबंद हुए ओपी राजभर भी चुनावी हार के बाद नया ठौर तलाशने लगे।
इसी कवायद में दोनों पक्ष अक्सर एक-दूसरे पर निशाना साधते रहते हैं और खरी-खोटी सुनाते रहते हैं। इसी क्रम में सुभासपा प्रवक्ता अरुण राजभर ने ट्विटर पर खुलकर सपा के खिलाफ भड़ास निकाली और आरोप लगाया कि सपा के लोग सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर को लगातार अपमानित कर रहे हैं। अनिल राजभर ने ट्वीट करके कहा, "सपा के नेता कभी नहीं चाहते अतिपिछड़े वर्ग का कोई मजबूत लीडर बने, इसलिए इनको ओमप्रकाश राजभर हज़म नहीं हो रहे है। इनके गुंडे अतिपिछड़े नेताओं को गाली देने में दिन रात लगे है। सुभासपा एक विचारधारा वाली पार्टी है, समाज के सम्मान, हक, आधिकार और न्याय की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेगी।"
सपा के नेता कभी नहीं चाहते अतिपिछड़े वर्ग का कोई मजबूत लीडर बने,इसी लिए इनको श्री @oprajbhar जी हज़म नहीं हो रहे है,इनके गुंडे अतिपिछड़े नेताओं को गाली देने में दिन रात लगे है,@SBSP4INDIA एक विचार धारा वाली पार्टी है समाज के सम्मान, हक आधिकार न्याय की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेगी।
— Arun Rajbhar - अरुन राजभर (@ArunrajbharSbsp) December 11, 2022
बीते दिनों मऊ से सपा विधायक अब्बास अंसारी को ईडी द्वारा गिरफ्तार किये जाने पर सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने कहा था कि अब्बास अंसारी सपा के विधायक हैं और उनकी गिरफ्तारी के बारे में सपा जाने, हमसे उनका कोई मतलब नहीं है। जबकि विधानसभा चुनाव के दौरान यही सुभासपा प्रमुख थे, जिन्होंने बांदा जेल में बंद अब्बास अंसारी के पिता और पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी से लंबी मुलाकात की थी।
इतना ही नहीं ओपी राजभर ने अपनी पार्टी के झंडे तले अब्बास अंसारी को मऊ से टिकट दिया और उन्हें जिताने में दिन-रात एक कर दिया था लेकिन जैसे ही अब्बास अंसारी पर ईडी का शिकंजा कसा, ओपी राजभर पलटी मार गये और अब्बास अंसारी से किसी भी तरह के रिश्ते की बात से इनकार करते हुए उन्हें सपा खेमे का बता दिया।
इतना ही नहीं ओपी राजभर सरेआम कई बात यह कह चुके हैं कि विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने डमी प्रत्याशियों को सुभासपा का टिकट दिलवाकर पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा था कि अखिलेश यादव को बहुत घमंड हो गया था कि विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में उनकी सरकार बन रही है, इसलिए उन्होंने डमी उम्मीदवार देकर मुझे खत्म करने का प्रयास किया था।
ओपी राजभर ने यहां तक कहा था कि अखिलेश यादव ने जिस भी सीट पर सुभासपा को टिकट दिया, वहां चाहते थे कि पार्टी हार जाए और वह उनके दांव को समझ नहीं पाए। मालूम हो कि यूपी विधानसभा चुनाव में सुभासपा ने सपा के साथ गठबंधन करते हुए 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से छह सीटों पर उसे जीत हासिल हुई थी। सुभासपा के टिकट से चुनाव जीतने वालों में अब्बास अंसारी भी शामिल हैं।