यूपी के महराजगंज जिले में बीजेपी MLA और नगर पालिका अध्यक्ष पर पोते गए कीचड़, विधायक ने बताया इसका कारण, जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: July 14, 2022 09:13 AM2022-07-14T09:13:58+5:302022-07-14T09:23:24+5:30
इस मान्यता पर बोलते हुए विधायक जय मंगल कनौजिया ने कहा, 'लोग भीषण गर्मी से बेहाल हैं और इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए कीचड़ से स्नान कराने की बहुत पुरानी परंपरा चली आ रही है। बारिश लाने के लिए महिलाओं ने हमें कीचड़ से नहलाया।'
लखनऊ: यूपी के महराजगंज जिले में महिलाओं की समूह ने बीजेपी विधायक जय मंगल कनौजिया और नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण गोपाल जायसवाल को कीचड़ में नहलाने का मामला सामने आया है। दरअसल, इलाके में कई दिनों से बारिश नहीं हो रही है, ऐसे में लोग बारिश को लेकर काफी परेशान है। इस दौरान वहां की मान्यता है कि जब कभी बारिश न हो तो ऐसे में नगर के मुखिया को कीचड़ से नहलाया जाए तो इससे इन्द्र देवता प्रसन्न होते है और बारिश होती है।
महिलाओं की समूह ने इसी मान्यता के तहत भाजपा विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष को कीचड़ से नहलाया है। यही नहीं इस दौरान महिलाओं ने लोक गीत भी गाए है।
क्या है ‘‘काल कलूटी’’
एबीपी की एक खबर के अनुसार, यह घटना महराजगंज के पीपरदेउरा गांव का है जहां पर कुछ महिलाओं की समूह ने विधायक जय मंगल कनौजिया और नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण गोपाल जायसवाल पर कीचड़ फेके और उन्हें इससे नहलाया भी है।
मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से इन्द्र देवता खुश होते है और इससे बारिश होने लगती है। इलाके के लोग इस मान्यता को ‘‘काल कलूटी’’ के नाम से बुलाते है। जब कभी भी बारिश नहीं होती है तो लोग इसी तरीके से इन्द्र देवता को प्रसन्न करते है ताकि इलाके में बारिश हो।
विधायक ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए विधायक जय मंगल कनौजिया ने कहा, 'लोग भीषण गर्मी से बेहाल हैं और इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए कीचड़ से स्नान कराने की बहुत पुरानी परंपरा चली आ रही है। बारिश लाने के लिए महिलाओं ने हमें कीचड़ से नहलाया।'
इस घटना के बाद विधायक जी ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें उन्होंने इस कीचड़ वाले घटना का जिक्र किया और बताया कि आखिर क्यों उन पर कीचड़ पोता गया था।
मामले में बोलते हुए नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण गोपाल जायसवाल ने कहा, 'बहुत कम बारिश होने की वजह से हमारे सामने सूखे का खतरा उत्पन्न हो गया है और महिलाओं ने इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए बहुत पुरानी परंपरा को निभाया।'