UP Ki Taja Khabar: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- 8 लाख मनरेगा मजदूरों को रोजाना काम, बढ़ाई गई मजदूरी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 1, 2020 17:42 IST2020-05-01T17:37:21+5:302020-05-01T17:42:52+5:30
दरअसल, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज श्रमिकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की।

UP Ki Taja Khabar: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- 8 लाख मनरेगा मजदूरों को रोजाना काम, बढ़ाई गई मजदूरी
देशभर में कोरोना वायरस के लगातार मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में देश के सामने रोजगार से लेकर आर्थिक संकट मंडरा रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में मजदूरों के लिए कई बड़े फैसले ले चुके हैं। उन्होंने शुक्रवार (1 मई) को कहा कि 8 लाख से ज्यादा मनरेगा मजदूरों को हम प्रतिदिन काम उपलब्ध करा रहे हैं, उनकी मजदूरी को भी बढ़ा दिया गया है। वर्तमान में 18 करोड़ लोगों को दो चरणों में खाद्यान उपलब्ध कराया जा चुका है आज तीसरे चरण का खाद्यान भी उन लोगों तक पहुंचाने का काम हुआ है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज श्रमिकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की। इससे पहले सरकार ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली से अब तक लगभग चार लाख प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों तथा हरियाणा से 12 हजार श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी हो चुकी है।
। इसी प्रकार अन्य राज्यों से भी चरणबद्ध रूप से प्रवासी श्रमिकों की वापसी सुनिश्चित करायी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए कृतसंकल्प है। कोविड-19 के कारण बाधित आर्थिक गतिविधियों से प्रभावित श्रमिकों व कामगारों के हित में राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। अन्य राज्यों से प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों की चरणबद्ध वापसी के लिए प्रदेश सरकार प्रभावी कदम उठा रही है।8 लाख से ज्यादा मनरेगा मजदूरों को हम प्रतिदिन काम उपलब्ध करा रहे हैं, उनकी मजदूरी को भी बढ़ा दिया गया है, वर्तमान में 18 करोड़ लोगों को दो चरणों में खाद्यान उपलब्ध कराया जा चुका है आज तीसरे चरण का खाद्यान भी उन लोगों तक पहुंचाने का काम हुआ है: योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/lkTRR1nFg6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 1, 2020
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक बार में एक राज्य के प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश में वापस लाने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि वापस आये सभी श्रमिकों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। स्वस्थ श्रमिकों को राशन किट के साथ 14 दिन के पृथक-वास के लिए घर भेजा जाए, जिनके स्वास्थ्य में कमी मिले, ऐसे श्रमिकों और कामगारों को क्वारंटीन सेन्टर में रखकर उपचार की व्यवस्था की जाए। प्रदेश की सीमाओं को पूरी तरह सील करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बगैर अनुमति कोई प्रदेश में आने नहीं पाये।