UP Election 2022: दो फरवरी को आगरा में पहली चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी बसपा प्रमुख मायावती, सतीश चंद्र मिश्रा ने ट्वीट कर कहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 25, 2022 05:56 PM2022-01-25T17:56:43+5:302022-01-25T19:29:48+5:30
UP Election 2022: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत अपने प्रतिद्वंदी दलों पर राजनीति के अपराधीकरण के जरिए उत्तर प्रदेश को जंगलराज में धकेलने का आरोप लगाया।
UP Election 2022: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती दो फरवरी को आगरा में एक जनसभा कर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगी। पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने एक ट्वीट में कहा कि बसपा अध्यक्ष दो फरवरी को आगरा में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए एक जनसभा को संबोधित करेंगी।
मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा, ''अवगत कराना हैं कि दो फरवरी को बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती आगरा में कोविड नियमों का पालन करते हुए जनसभा को संबोधित करेंगी । जनसभा का समय एवं स्थान तथा आगामी जनसभाओं की सूचना मीडिया बंधुओ को शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी ।''
अवगत कराना है कि दिनांक 2 फरवरी 2022 को बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री माननीया बहन कु.@Mayawati जी आगरा में कोविड नियमों का पालन करते हुए जनसभा को संबोधित करेंगी ।
— Satish Chandra Misra (@satishmisrabsp) January 25, 2022
जनसभा का समय एवं स्थान तथा आगामी जनसभाओं की सूचना मीडिया बंधुओ को शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी। pic.twitter.com/gumfoSxw8z
उल्लेखनीय है कि चुनाव के दौरान जनता के बीच बसपा सुप्रीमो की लगभग अनुपस्थिति पर भी उनके राजनीतिक विरोधियों द्वारा सवाल उठाए जा रहे थे। बसपा सूत्रों के अनुसार वह लगातार अपने आवास पर पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों और राज्य भर के बूथों के प्रभारियों से मिल रही हैं, लेकिन चुनाव आयोग द्वारा रैलियों पर प्रतिबंध लगाये जाने से पहले, कोरोनो वायरस संक्रमण की बढ़ती संख्या का हवाला देते हुए उन्होंने किसी भी जनसभा को संबोधित नहीं किया।
#UttarPradeshElections | Party chief Mayawati to address a public meeting in Agra on 2nd February: Satish Chandra Misra, National General Secretary, Bahujan Samaj Party (BSP)
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 25, 2022
(file photo) pic.twitter.com/S1MOaspDhO
मायावती ने पिछली बार अक्टूबर में लखनऊ में और इससे पहले सितंबर में राज्य में अपनी पार्टी के 'प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलनों' की समाप्त पर एक जनसभा को संबोधित किया था। बसपा ने 2017 के विधानसभा चुनावों में 19 सीटें जीती थीं, लेकिन उसके कम से कम एक दर्जन बसपा विधायकों ने या तो अपनी निष्ठा बदल ली या उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित कर दिया गया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और बसपा विधायक दल के नेता लालजी वर्मा जैसे वरिष्ठ नेता, कभी मायावती के करीबी विश्वासपात्र थे, वे अब अन्य दलों में चले गये हैं।