यूपी भाजपाः नाराजगी खत्म करने में जुटे योगी!, क्षेत्र में विकास के लिए सांसदों को पांच और विधायकों को तीन करोड़ रुपये मिलेंगे
By राजेंद्र कुमार | Published: January 12, 2023 06:57 PM2023-01-12T18:57:20+5:302023-01-12T18:58:33+5:30
लखनऊः यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब पार्टी के विधायकों और सांसदों से मिलकर उनकी नाराजगी को दूर करने में जुट गए हैं. बीते तीन दिनों से उन्होंने सांसद और विधायकों से मिलने का सिलसिला शुरू किया है. सांसद और विधायकों से होने वाली मुलाकात के दौरान सीएम योगी विधायकों और सांसदों द्वारा बताए गए विकास कार्यों को कराने का निर्देश दे रहे हैं.
इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने विधायकों से तीन और सांसदों से पांच-पांच करोड़ रुपये के विकास कार्यों अपने क्षेत्र में कराने लिए प्रस्ताव मांगे हैं. दरअसल, सरकार लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अभी से हर मोर्चा दुरुस्त करना चाहती है, इसलिए लिए यह कवायद की जा रही है.
सीएम योगी आदित्यनाथ के पिछले तीन दिनों में आठ मंडलों के भाजपा के विधायकों-सांसदों से उनकी अपेक्षाएं जानने और उसे पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की. समन्वय, संवाद व जमीनी फीडबैक जानने के उद्देश्य से की गई योगी की इस कवायद को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की सियासी जमीन को और 'उर्वर' बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
जिसके चलते ही यूपी में विकास योजनाओं की नब्ज टटोलने के साथ ही स्थानीय अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसदों और विधायकों के प्रस्तावों को पाने के लिए सरकार के दरवाजे खोल दिये हैं. यूपी की सत्ता पर दोबारा काबिज होने के बाद इस तरह की पहल पहली बार की गई है.
सीएम योगी ने गत नवंबर-दिसंबर में प्रदेश के सभी मंडलों का दौरा करते हुए सांसदों और विधायकों से क्षेत्र में विकास कराने के लिए इस तरह से प्रस्ताव नहीं मांगे थे. तह सीएम योगी सभी नगर निगमों में आयोजित किए गए प्रबुद्ध सम्मेलनों को संबोधित करने गए थे.
सीएम योगी ने शहरी निकाय से जुड़े प्रतिनिधियों से सीधे मुखातिब होने के साथ ही हर शहरों में सैकड़ों करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण भी किया था. इसी क्रम में अब योगी सरकार ने अगले लक्ष्य पर काम शुरू करते हुए सांसदों और विधायकों से मुलाकात कर विकास संबंधी योजनाओं को गति देने का फैसला किया है.
इसके साथ ही सीएम योगी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट(जीआईएस) जैसे बड़े आयोजनों करने के साथ ही स्थानीय अपेक्षाओं को भी जनप्रतिनिधियों के जरिए सहेजने की कवायद तेज की है. दरअसल, योगी सरकार लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अभी से हर मोर्चा दुरुस्त करना चाहती है. इसलिए हर विधायक-सांसद से एक-एक कर क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं पूछी जा रही हैं.
सबकी बातें सुनने के बाद त्वरित योजना के तहत विधायकों से तीन और सांसदों से पांच करोड़ रुपये के कार्यों के प्रस्ताव तत्काल देने को कहा गया है. यही नहीं सीएम योगी ने सांसदों और विधायकों को भी अपनी अपेक्षा भी बता दी.
सीएम योगी ने सांसद-विधायकों सरकारी कार्यक्रमों में साथ दिखने को कहा है. इसके साथ ही सीएम ने चेताया कि सरकार, संगठन, अधिकारियों को लेकर किसी भी सार्वजनिक अनर्गल टिप्पणी करने से बचें. यदि कोई दिक्कत है तो उसे सिर्फ पार्टी या सरकार के फोरम पर उठाएं.