'हाथरस के पीड़ित परिवार को झूठ बोलने के लिए दिया 50 लाख रुपये का लालच', यूपी पुलिस की FIR में दावा

By स्वाति सिंह | Published: October 6, 2020 01:49 PM2020-10-06T13:49:36+5:302020-10-06T13:52:31+5:30

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्‍यवस्‍था) प्रशांत कुमार के मुताबिक हाथरस प्रकरण में हाथरस जिले के विभिन्‍न थाना क्षेत्रों में छह मुकदमों के अलावा सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर आपत्तिजनक टिप्‍पणी को लेकर बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर, प्रयागराज, हाथरस, अयोध्‍या, लखनऊ आयुक्तालय में कुल 13 मामले दर्ज किये गये हैं।

"Unruly Elements Offered 50 Lakhs To Hathras Family To Speak Untruths says police | 'हाथरस के पीड़ित परिवार को झूठ बोलने के लिए दिया 50 लाख रुपये का लालच', यूपी पुलिस की FIR में दावा

पुलिस की ओर से चंदपा थाने में रविवार की शाम को प्राथमिकी दर्ज कराई गई

Highlightsहाथरस मामले में पूरे UP में कुल 21 मुकदमे दर्ज किये गये हैं।FIR में राजद्रोह (sedition ) और आपराधिक साज़िश समेत 20 धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज़ किया गया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित समुदाय की महिला के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म और उसकी मौत के बाद तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच पुलिस ने जिले के चंदपा थाने में जाति आधारित संघर्ष की साजिश, सरकार की छवि बिगाड़ने के प्रयास और माहौल बिगाड़ने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की है। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

एक पुलिस उप निरीक्षक की तहरीर पर हाथरस के चंदपा थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 109(अपराध के लिए उकसाने), 124ए (देश की एकता और अखंडता को खतरा पहुंचाने की कोशिश-राजद्रोह) 120 बी (षडयंत्र), 153-ए (धर्म भाषा और जाति के आधार पर विद्वेष फैलाना), 153-बी (राष्‍ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले बयान), 195(झूठे साक्ष्य गढ़ना) , 465 (कूटरचना) , 468 (कूटरचित दस्‍तावेजों का प्रयोग), 501 (मानहानिकारक मुद्रण), 505 (भय का माहौल बनाने वाला बयान) और सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2008 की धारा 67 समेत कुल 20 धाराओं में रविवार को मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रदेश भर में इस संबंध में कुल 21 मुकदमे दर्ज किये गये हैं।

पुलिस ने FIR में लिखी ये बातें 

-उप निरीक्षक की तहरीर में लिखा है कि पीड़ित परिवार को गलत बयानी के लिए दबाव डालकर उन्‍हें 50 लाख रुपयों का प्रलोभन देकर झूठ बोलने के लिए उकसा रहे हैं। पूर्व में दिये गये बयानों को बदलवाने का प्रयास कर हाथरस और प्रदेश की शांति को प्रभावित किया गया है।

-पुलिस की ओर से चंदपा थाने में रविवार की शाम को प्राथमिकी दर्ज कराई गई जिसमें देश की एकता और अखंडता को खतरा पहुंचाने (राजद्रोह) से लेकर विभिन्‍न समूहों के बीच दुश्‍मनी को बढ़ावा देने जैसे कई गंभीर आरोपों की धारा शामिल है। चंदपा थाने में ही रविवार और सोमवार को राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी सरकारी कार्य में व्‍यवधान और निषेधाज्ञा के उल्‍लंघन जैसे आरोपों में अलग-अलग मुकदमा दर्ज कराया गया है।

-अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्‍यवस्‍था) प्रशांत कुमार ने सोमवार को चंदपा थाने में दर्ज मुकदमों की जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि पोस्‍टरों, सोशल मीडिया पोस्‍ट से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

-प्रशांत कुमार ने कहा, '' पहला मुकदमा वायरल ऑडियो से माहौल बिगाड़ने के प्रयास में चंदपा थाने में हुआ। एक साजिश के तहत यूपी का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है। हम सूबतों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं। कई एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं।''

-उप निरीक्षक ने अपनी तहरीर में लिखा है कि हाथरस की दुर्भाग्‍यपूर्ण घटना को लेकर कुछ अराजक तत्‍व बेजा लाभ लेने के लिए एक आपराधिक षडयंत्र के तहत पूरे प्रदेश का अमन चैन बिगाड़ने और जाति विद्वेश भड़काकर प्रदेश में विधि द्वारा स्‍थापित सरकार के प्रति घृणा और अवमानना के लिए पीड़ित परिवार को भड़का रहे हैं।

-तहरीर में यह भी लिखा है कि अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कथित अज्ञात पत्रकार ने पीड़िता के भाई से यह कहलवाने का प्रयास किया कि वह स्‍वयं अपने माता-पिता से मीडिया से यह बोलने के लिये कहे कि वे प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्‍ट नहीं है।

-इसके अलावा यह भी कहलवाने का प्रयास किया कि मृतका ने उनसे सामूहिक बलात्कार की बात कही थी। जबकि पीड़ित परिवार की ओर से दी गई पहली तहरीर में पीड़ित युवती और उसके परिवारवालों ने सिर्फ मारपीट की बात कही थी।

-पुलिस उप निरीक्षक ने यह भी लिखा है कि विधि विज्ञान प्रयोग शाला तथा मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्‍कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। तहरीर के मुताबिक परिवार को प्रलोभन देकर बरगलाने से परिवार ने बाद में दुष्‍कर्म की बात कही। इसी कुत्सित योजना के तहत एक अज्ञात नेता ने, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, पीड़िता की रिश्‍तेदार महिला के जरिये परिवार पर दबाव डाला कि वे लोग कहें कि सरकार की कार्रवाई से संतुष्‍ट नहीं हैं।

-इसके अलावा मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का एक फर्जी बयान भी प्रसारित किया गया है। यह जातीय विद्वेश फैलाने की साजिश है। 

Web Title: "Unruly Elements Offered 50 Lakhs To Hathras Family To Speak Untruths says police

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