उन्नाव रेप केसः पीड़िता बोली- सड़क हादसे के पीछे सेंगर का हाथ, SC ने दो हफ्ते बढ़ा दी जांच की समयसीमा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 6, 2019 12:29 PM2019-09-06T12:29:40+5:302019-09-06T13:20:36+5:30
दिल्ली उच्च न्यायालय से यहां की एक विशेष अदालत ने 2017 उन्नाव बलात्कार पीड़िता का बयान दर्ज करने के लिए एम्स में बंद कमरे में सुनवायी की बुधवार को अनुमति मांगी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप केस में पीड़िता के साथ हुई सड़क दुर्घटना की जांच के लिए सीबीआई को दो हफ्ते की और मोहलत दे दी है। सीबीआई ने जांच पूरी करने के लिए दो हफ्ते की मांग की थी। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट को भी निर्देश दिया है कि जल्द-जल्द पीड़िता का हाल जानने के लिए स्पेशल जज की नियुक्ति पर फैसला लिया जाए। जिससे एम्स के बंद कमरे में सुनवाई हो सके।
गौरतलब है कि दिल्ली उच्च न्यायालय से यहां की एक विशेष अदालत ने 2017 उन्नाव बलात्कार पीड़िता का बयान दर्ज करने के लिए एम्स में बंद कमरे में सुनवायी की बुधवार को अनुमति मांगी थी। चिकित्सकों ने कहा है कि पीड़िता को अदालत परिसर में लाने की सलाह नहीं दी जा सकती।
पीड़िता बोली- हादसे के पीछे सेंगर का हाथ
उन्नाव रेप पीड़िता ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बताया है कि कार-ट्रक दुर्घटना के पीछे कुलदीप सिंह सेंगर का हाथ है। उसी ने मुझे मारने की साजिश रची है। पीड़िता ने एम्स अस्पताल के बेड से फोन पर ये बात-चीत की। 28 जुलाई को रायबरेली हाईवे पर कार और ट्रक आपस में भिड़ गए थे। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी एवं पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
क्या है मामला?
अदालत पीड़िता के 2017 में कथित अपहरण और बलात्कार के मामले की सुनवायी कर रही है। घटना के वक्त नाबालिग थी। उसकी कार को 28 जुलाई को एक ट्रक ने टक्कर मार दिया था जिसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती है।
पीड़िता से भाजपा के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और तीन लोगों ने 2017 में दो अलग-अलग मामलों में कथित तौर पर बलात्कार किया था। उस समय वह नाबालिग थी। सेंगर के खिलाफ अलग मामला दर्ज है जिसकी सुनवाई चल रही है।