बलिया (उप्र), 31 अक्टूबर भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के गठबंधन ने सूबे की राजनीति को बदल दिया है तथा सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को कमतर आकना भाजपा के लिए महंगा साबित होगा।
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व पूर्व विधायक सिंह ने रविवार को जिले के नगरा कस्बे में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए दावा किया कि ''सपा व सुभासपा के गठबंधन ने सूबे की राजनीति को बदल दिया है, सूबे की राजनीति बदलती नजर आ रही है।''
सपा व सुभासपा गठबंधन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर की ताकत को कम कर आंकना भाजपा की सबसे बड़ी भूल है और यह गठबंधन पूर्वी उत्तर प्रदेश की अधिकांश सीटों पर प्रभावी साबित होगा।
उन्होंने केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार के किसान प्रेम को लेकर सवाल खड़े किये तथा कहा कि मोदी सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने का आश्वासन दे रही है, दूसरी तरफ सरकार की नीति के कारण किसान खेती छोड़ने व आत्महत्या करने को विवश हैं।
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी (सपा) और पूर्वांचल के राजभर मतदाताओं में दबदबा रखने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने पिछले बुधवार को उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव गठबंधन कर लड़ने का औपचारिक ऐलान करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ 'खदेड़ा होवे' का आह्वान किया।
सुभासपा ने अपने 19वें स्थापना दिवस के मौके पर 27 अक्टूबर को मऊ में 'वंचित, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक भागीदारी महापंचायत' आयोजित की थी जिसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सुभासपा के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने पश्चिम बंगाल के पिछले विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा दिए गए 'खेला होबे' के नारे की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 'खदेड़ा होवे' का नारा दिया।
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