उज्जैन: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 23 से 27 मई तक भक्तों को नहीं मिलेगा प्रवेश, जानिए क्यों
By बृजेश परमार | Published: May 20, 2022 09:25 PM2022-05-20T21:25:32+5:302022-05-20T21:33:34+5:30
उज्जैन के महाकाल मंदिर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे को देखते हुए महाकाल मंदिर प्रशासन ने 23 मई से 27 मई तक भक्तों के गर्भगृह में आकर दर्शन करने की व्यवस्था को प्रतिबंधित कर दिया है।
उज्जैन: महाकाल का दर्शन करने के लिए देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मई महीने के अंत में उज्जैन आ रहे हैं। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति गर्भगृह की रजत मंडित दीवारों, द्वार, रूद्र यंत्र, चांदी के द्वार और सभा मण्डप के चांदी द्वार की सफाई और साज-सज्जा का कार्य करवा रही है।
इस कारण से मंदिर प्रबंधन ने 23 मई से 27 मई तक भक्तों के गर्भगृह में आकर दर्शन करने की व्यवस्था को प्रतिबंधित कर दिया है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में 23 मई से 27 मई 2022 तक गर्भगृह की रजत मंडित दीवारों , द्वार, रूद्र यंत्र, चांदी द्वार व सभा मण्डप के चांदी द्वार की सफाई एवं पॉलिश कार्य के लिए प्रात: 11:00 से सायं 05 बजे तक किया जाना हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान गर्भगृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। दर्शनार्थी नंदी मण्डपम् के पीछे गणपति मण्डपम् के बैरिकेट्स से श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन लाभ ले सकेंगे।
सहायक प्रशासक एसके तिवारी के अनुसार मंदिर में इस माह के अंत में महामहिम के आगमन का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसके बाद जून माह में प्रधानमंत्री के आगमन की संभावना है।
इसे लेकर मंदिर एवं परिसर को सौंदर्यकृत किया जा रहा है। महाकाल कोरिडोर को भी निखारा जा रहा है। श्री तिवारी के अनुसार वैसे भी श्रावण से पूर्व यह सभी कार्य किए जाते हैं। इस बार एक माह पूर्व इन सभी कामों को अंजाम दिया जा रहा है।
उज्जैन के भक्त ने अर्पित किया स्वर्ण मुकुट
श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन हेतु उज्जैन के ही श्रद्धालु दिनेश कुमार गोला ने बाबा महाकाल को 25.360 ग्राम का स्वर्ण मुकुट अर्पित किया। मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल , कार्यालय अधीक्षक पी.एन. उदैनिया द्वारा मुकुट प्राप्त कर दानदाता को प्रसाद भेंट कर विधिवत रसीद प्रदान की गई ।