उद्धव ठाकरे ने संजय राउत के जेल जाने के बाद संभाली 'सामना' की कमान, बने संपादक
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 5, 2022 10:23 PM2022-08-05T22:23:19+5:302022-08-05T22:27:24+5:30
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ईडी द्वारा पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के संपादक संजय राउत की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर 'सामना' की कमान संभाल लिया है।
मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्यसभा सांसद और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत के जेल जाने के बाद पार्टी के मुखपत्र 'सामना' की कमान संभाल ली है। जानकारी के मुताबिक उद्धव ठाकरे अब 'सामना' में प्रकाशित होने वाले संपादकीय को स्वयं लिखेंगे। ठाकरे ने यह कदम पात्रा चॉल घोटाले में ईडी के आरोपों के कारण जेल जाने वाले संजय राउत द्वारा 'सामना' की कमान से महरूम होने के बाद उठाया है।
ईडी द्वारा लंबे समय से पार्टी के निशाने पर चल रहे शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादक संजय राउत के द्वारा जेल जाने के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी पर पकड़ बनाने के साथ मुखपत्र 'सामना' की भी कमान अपने हाथों में ले ली है। इस मामले में पार्टी का कहना है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे पहले भी 'सामना' का संपादन कर चुके हैं। ऐसे में उद्धव ठाकरे के लिए यह कोई नई जिम्मेदारी नहीं है।
मालूम हो कि शिवसेना के प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र की सत्ता गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस समय शिवेसना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की विरासत को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से सड़क तक संघर्ष कर रहे हैं। एकनाथ शिंदे द्वारा किये गये बगावत के बाद पार्टी की ढीली हुई कमान कसने की जुगत में लगे उद्धव ठाकरे को प्रवर्तन निदेशालय की उस कार्रवाई से बड़ा झटका लगा, जब पात्रा चॉल घोटाले में उसके प्रमुख सिपहसालार संजय राउत को जेल जाना पड़ा।
इस मामले में ईडी का कहना है कि संजय राउत के खिलाफ पात्रा चॉल घोटाले में मनी लांड्रिंग के पुख्ता सबूत हैं, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी की गई है। जानकारी के मुताबिक इस मामले में राउत ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी भी संदेह के घेरे में हैं और ईडी उनकी भी गिरफ्तारी कर सकती है।
जहां तक 'सामना' की संपादकीय का सवाल है तो उद्धव ठाकरे एक बार फिर मुखपत्र के संपादक बन गये हैं। तीन साल पहले उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे को 'सामना' के संपादक बनाया गया था लेकिन बाद में उद्धव ठाकरे ने यह जिम्मेदारी रश्मी ठाकरे से लेकर संजय राउत को दे दी थी।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्रकाशित हुए 'सामना' में संपादक के तौर पर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का नाम लिखा गया है। बाल ठाकरे ने 'सामना' की शुरूआत साल 1989 में की थी। अपने संपादकीय में मराठी मानुष और फिर हिंदुत्व की आवाज बुलंद करने वाले बालासाहेब ठाकरे ने स्वयं अखबार के संपादक के तौर पर काम किया था।
नवंबर 2012 में बाल ठाकरे की मृत्यु के बाद उद्धव ठाकरे को 'सामना' का संपादक बनाया गया था लेकिन साल 2019 में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव ठाकरे ने 'सामना' की कमान अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे के हाथों में सौंप दी थी।