Udaipur killing: उदयपुर हत्याकांड की एनआईए करेगी जांच, गृह मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने का दिया निर्देश
By अनिल शर्मा | Updated: June 29, 2022 13:27 IST2022-06-29T13:08:53+5:302022-06-29T13:27:42+5:30
मंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘ गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है।

Udaipur killing: उदयपुर हत्याकांड की एनआईए करेगी जांच, गृह मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने का दिया निर्देश
नयी दिल्लीः गृह मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को उदयपुर में एक दर्जी की हत्या की घटना की जांच अपने हाथ में लेने और मामले में किसी भी संगठन तथा अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने इस हत्याकांड की जांच के लिए पहले ही एक एसआईटी गठित कर चुकी है।
मंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘ गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी।’’
हत्याकांड को लेकर मीडिया से बातचीत में इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि उनके क्या इरादे थे, उनके किससे लिंक थे राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर, इन सभी बातों का खुलासा होगा। इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है और ये घटना मामूली नहीं है और ऐसे नहीं हो सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर किसी से लिंक ना हो तब तक ऐसी घटनाएं नहीं होती है, ये अनुभव कहता है। उसी रूप में इस मामले की जांच की जा रही है। मैं जा रहा हूं और बैठक होगी।
गौरतलब है कि उदयपुर में मंगलवार को दो लोगों ने कथित तौर पर धारदार हथियार से एक दर्जी की हत्या कर दी थी और उसका वीडियो सार्वजनिक करते हुए कहा कि वे ‘‘इस्लाम के अपमान’’ का बदला ले रहे हैं। पुलिस ने वारदात के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान उदयपुर के सूरजपोल इलाके के निवासी गोस मोहम्मद, बेटे रफीक मोहम्मद और अब्दुल जब्बार के बेटे रियाज के रूप में हुई है।
हत्या की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की गई है जिसमें एसओजी एडीजी अशोक कुमार राठौर, एटीएस आईजी प्रफुल्ल कुमार, एक एसपी और एडिशनल एसपी को शामिल किया गया है। उदयपुर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने कन्हैयालाल के परिजनों को 31 लाख रुपए का आर्थिक मुआवजा देने की घोषणा की है। हालांकि परिजनों ने मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी की मांग की है। साथ ही कन्हैलाल की पत्नी ने दोषियों को फांसी की सजा की मांग की है।