महाराष्ट्र के नासिक में फायरिंग अभ्यास के दौरान गोला फटने से दो अग्निवीरों की मौत
By रुस्तम राणा | Published: October 11, 2024 06:32 PM2024-10-11T18:32:58+5:302024-10-11T18:33:52+5:30
पीटीआई ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया, "गुरुवार दोपहर नासिक रोड इलाके में स्थित केंद्र पर एक भारतीय फील्ड गन से दागा गया गोला फट गया।"
नासिक: महाराष्ट्र के नासिक में आर्टिलरी स्कूल में फायरिंग अभ्यास के दौरान गोला विस्फोट में दो अग्निवीरों की मौत हो गई। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पीटीआई ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया, "गुरुवार दोपहर नासिक रोड इलाके में स्थित केंद्र पर एक भारतीय फील्ड गन से दागा गया गोला फट गया।"
उन्होंने कहा, "अग्निवीरों की एक टीम फील्ड गन से फायरिंग कर रही थी, तभी एक गोला फट गया। उनमें से दो घायल हो गए और उन्हें देवलाली के सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।" मृतकों की पहचान गोहिल विश्वराज सिंह (20) और सैफत शिट (21) के रूप में हुई है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, वे हैदराबाद से प्रशिक्षण के लिए आए थे। उन्होंने बताया कि घटना के सही कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) का गठन किया गया है। सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया, "दुर्भाग्य से यह सच है। प्रशिक्षण दुर्घटना कल हुई और इसकी जांच की जा रही है।" पुलिस ने हवलदार अजीत कुमार की शिकायत पर आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
अग्निवीर कौन हैं?
भारतीय सशस्त्र बल जून 2022 में शुरू की गई ‘अग्निपथ’ योजना के तहत अग्निवीरों को शामिल करते हैं। भर्ती होने वाले जवानों को सेना में चार साल के लिए सेवा में रखा जाता है। कार्यकाल के अंत में, किसी निवर्तमान बैच में 25% से अधिक अग्निवीरों को स्थायी कैडर के लिए नहीं चुना जाता है। हालांकि केंद्र ने अर्धसैनिक बलों और कुछ राज्यों की सरकारों ने अग्नीवीरों के लिए नौकरियों में छूट का प्रावधान किया है।