25 साल बाद त्रिपुरा में लहराएगा BJP का झंडा, ओपिनियन पोल में बनी बहुमत वाली सरकार
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: February 7, 2018 12:39 AM2018-02-07T00:39:11+5:302018-02-07T00:39:54+5:30
देश के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में चुनाव नजदीक आ गए हैं। ऐसे में सभी पार्टियां भी जीत के लिए अपना हर दांव खेलने को तैयार हैं। 60 सदस्यों वाली त्रिपुरा विधानसभा में 18 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
देश के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में चुनाव नजदीक आ गए हैं। ऐसे में सभी पार्टियां भी जीत के लिए अपना हर दांव खेलने को तैयार हैं। 60 सदस्यों वाली त्रिपुरा विधानसभा में 18 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। ऐसे में चुनाव से पहले जीत के लेकर सर्वे भी शुरू कर दिए गए हैं। न्यूज एक्स के ओपिनियन पोल के मुताबिक 25 सालों से सत्ता पर काबिज सीपीआईएम इस बार औंधे मुंह गिर सकती है और सालों बाद त्रिपुरा में बीजेपी की जीत का झंडा लहराएगा।
पेश किए गए सर्वे के मुताबिक बीजेपी यहां सरकार बना सकती है। इस चैनल ने ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी और आईपीएफटी के गठबंधन को करीब 31 से 37 सीटें मिल सकती हैं।वहीं, सत्ताधारी सीपीआईएम की बात करें तो उसे इस बार नुकसान हो सकता है। सत्ताधारी पार्टी को 23 से 29 सीटें हासिल हो सकती हैं। कांग्रेस एवं अन्य दलों को यहां एक भी सीट नहीं मिलने का अनुमान जताया गया है।
25 सालों से लगाता त्रिपुरा में सीपीआईएम की सरकार है इसलिए माणिक सरकार के खिलाफ एंटी इन्कम्बेंसी फैक्टर हावी है। हालांकि, मुख्यमंत्री माणिक सरकार फिर से धनपुर से चुनाव जीतने में सफल होंगे। सर्वे में पूरे त्रिपुरा में बीजेपी की लहर देखने को मिल रही है। माणिक सरकार के खिलाफ लोगों के बीच संतोष का माहौल है, जिसका फायदा बीजेपी को मिलने का दावा किया गया है।
सर्वे की मानें को बेरोजगारी और आदिवासियों के बीच स्वतंत्र त्रिपुरा की मांग एक अहम मुद्दा बनकर उभरा है। पूरे राज्य में 18 फरवरी को मतदान होगा जबकि 3 मार्च को वोटों की गिनती की जाएगी। राज्य की सभी बूथों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ वीवीपीएटी सिस्टम का प्रयोग किया जाएगा।कांग्रेस मुक्त भारत अभियान पर बढ़ सकती है। ऐसे में अब देखना होगा कि बीजेपी के पक्ष में आया से सर्वे कितना सही होता है कितना नहीं।