तृणमूल सांसद ने ट्वीट करके कहा, '2024 में ममता बनेंगी पीएम और अभिषेक बनेंगे सीएम', बाद में किया डिलीट, जानिए क्या है सियासी खेल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 3, 2022 04:52 PM2022-05-03T16:52:27+5:302022-05-03T17:02:21+5:30
तृणमूल कांग्रेस की सांसद अपरूपा पोद्दार ने ट्वीट करके कहा कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी साल 2024 में दिल्ली के तख्त पर बैठेंगी और भतीजे अभिषेक बनर्जी सूबे में उनकी जगह कमान संभालेंगे। हालांकि तृणमूल सांसद ने बाद में उस ट्वीट को डिलिट कर दिया।
कोलकाता: राजनीतिक दलों पर परिवारवाद का आरोप लगाने वाली तृणमूल कांग्रेस खुद उस आरोप में फंसती हुई नजर आ रही है। दरअसल इस मामले की शुरूआत उस समय हुई जब तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्वीट करते हुए यह कह दिया कि ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी साल 2036 में बंगाल की कमान संभाल सकते हैं।
कुणाल घोष के उस ट्वीट के एक दिन बाद तृणमूल कांग्रेस की सांसद अपरूपा पोद्दार ने भी इस मसले में एक ट्वीट करके मामले को और गरमा दिया, जब उन्होंने कुणाल घोष से एक कदम आगे बढ़ते हुए यह ट्वीट कर दिया कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी साल 2024 में दिल्ली के तख्त पर बैठेंगी और भतीजे अभिषेक बनर्जी सूबे में उनकी जगह कमान संभालेंगे।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के मुताबिक सांसद अपरूपा पोद्दार ने ट्वीट में कहा कि ममता बनर्जी 2024 में प्रधानमंत्री बनेंगी और अभिषेक बनर्जी को साल 2024 में बंगाल का मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।
तृणमूल नेता अपरूपा पोद्दार ने ट्वीट में लिखा, "2024 में ममता बनर्जी आरएसएस के चुने राष्ट्रपति के द्वारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगी और अभिषेक बनर्जी उनकी जगह बंगाल के मुख्यमंत्री बनेंगे।" हालांकि अपरूपा पोद्दार ने ट्वीट करने के के कुछ ही समय के बाद वो पोस्ट ट्विटर से हटा दी।
मालूम हो कि तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार की जीत की है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के बारे में संभावना व्यक्त की थी वो साल 2036 में ममता बनर्जी की जगह बंगाल के मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
इस मामले में घोष ने जो ट्वीट किया था, उसमें लिखा था, "मैं तृणमूल कांग्रेस के सैनिक के तौर पर यह कह सकता हूं कि ममता बनर्जी साल 2036 तक बंगाल की मुख्यमंत्री बनी रहेंगी और 2036 में वो बतौर अभिभावक अभिषेक बनर्जी के शपथ समारोह में उपस्थित होंगी।"
इसके साथ ही तृणमूल प्रवक्ता ने कहा, "ममता बनर्जी लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले ज्योति बसु का रिकॉर्ड तोड़ेंगी।" वाम मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने बंगाल पर 23 साल तक शासन किया था।
उन्होंने बंगाल की बागडोर 21 जून 1977 से 5 नवंबर 2000 तक संभाली थी और उसके बाद उन्होंने खराब स्वास्थ्य कारणों से बुद्धदेव भट्टाचार्य को सूबे की कमान सौंप दी थी।
वहीं ज्योति बाबू के बाद दूसरा सबसे लंबा कार्यकाल सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग का रहा, जिन्होंने सिक्किम पर 24 सालों तक राज किया। चामलिंग 12 दिसंबर 1994 से 26 मई 2019 तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे।