सैलानियों ने बताया पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का हाल, पढ़ें स्पेशल रिपोर्ट

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 19, 2019 04:44 PM2019-03-19T16:44:22+5:302019-03-19T17:21:27+5:30

सैलानी बनारस की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत देखने आते हैं साथ ही गंगा में अस्था की डुबकी लगाकर बाबा काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन कर खुद को गदगद महसूस करते हैं। इन सभी अहसासों के लिए सैलानियों को एक शहर की भीड़भाड़ भरी संकरी गलियों, ट्रैफिक समस्या से होकर गुजरना होता है। कुछ सैलानियों से लोकमत न्यूज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के बारे में प्रतिक्रियाएं लीं।

Tourists Share Experience of Visiting PM Narendra Modi Lok Sabha Constituency Varanasi | सैलानियों ने बताया पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का हाल, पढ़ें स्पेशल रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के बारे में सैलानियों ने दीं दिल खोलकर प्रतिक्रियाएं।

Highlightsदेश और दुनिया से आए सैलानियों ने साझा किया पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को लेकर अपना अनुभवकिसी ने कहा कि ट्रैफिक की समस्या है तो किसी ने पुलिसवालों को गैर जिम्मेदार बताया। पुजारियों पर पैसा ऐेंठने का भी लगा आरोप।

रोहित कुमार पोरवाल

दिल्ली से पहली बार बनारस घूमने आईं सुमन गिरधर ने कहा कि व्सवस्था में थोड़ी और इम्प्रूवमेंट की जरूरत है लेकिन मोदी जी पास हैं। पास में ही एक बच्चे को गोद में लिए खड़े पुष्पेंद्र सिंह पुलिस व्यवस्था पर बरस पड़े। उन्होंने कहा, ''मोदी काम अच्छा कर रहे हैं लेकिन पुलिस व्सवस्था बहुत लाचार है.. महिलाओं का पर्स चोरी हो जाता है.. अभद्रता होती है बदतमीजी होती है पुलिस कार्रवाई नहीं करती है.. अभी हम दो बार शिकायत भी किए हैं.. प्रशासन बहुत ढीला है।''

तेलंगाना से आए एक सैलानी हमारा माइक और कैमरा देखकर ठिठक गए और टूटी फूटी हिंदी में कहा, ''मोदी जो प्रधानमंत्री हुआ ना.. जब से पूरा अच्छा हो गया... बनारस में भी पूरा अच्छा हो गया.. फिर भी मोदी आना है... आना है... राहुल गांधी आता तो हिंदू चला जाता.. मोदी आता मोदी... मोदी जिंदाबाद...।'' श्रीहरिकामारेडी जिला के एक और निवासी ने बीच में कहा, ''मोदी का अभिमान है हम..।''

औरंगाबाद से आईं चांदनी ने बताया, ट्रैफिक की समस्या बहुत हैं.. कोई व्यवस्था नहीं है.. बहुत चलकर आना पड़ा.. 

बाएं से सुनील वसी, सुमन गिरधर और सुष्मिता श्रीवास्तव।
बाएं से सुनील वसी, सुमन गिरधर और सुष्मिता श्रीवास्तव।

दिल्ली से आए सुनील वसी ने कहा, ''हम पहली बार आए हैं, व्यवस्था काफी डांबाडोल है, दर्शन के लिए खुले रस्ते होने चाहिए, मतलब जितना टाइम लगता है... ये कहते हैं कि 300 रुपये दो और पंडित जी को 100 रुपये दो आधे घंटे में दर्शन कर लो.. वो बात नहीं समझ आई।'' सुनील जी ने आगे कहा, ''काशी को क्योटो बनाने के लिए बहुत कुध बदलना पड़ेगा, पूरा ढांचा ही बदलना पड़ेगा।''

लखीमपुर खीरी से आईं संयोगिता कुमार नौका विहार करते हुए मोदी जी की व्यवस्था से काफी खुश लगीं। उन्होंने कहा कि पहली बार बनारस आई हैं और मोजी जी अपनी व्यवस्था के दम पर फिर से आएंगे।

जौनपुर से आईं सुष्मिता श्रीवास्तव ने कहा कि वह पहले भी बनारस आईं हैं, अब पहले से काफी अंतर आ गया है। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई पहले से मच बेटर है। बोलीं मोदी हंड्रेड परसेंट आएंगे।

उमाकांत त्रिपाठी ने कॉरीडोर बनाए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी, ''ये तो बनारस का एक गौरव न है.. इससे पहले जो है इतनी संकरी गलियां थीं कि आना जाना मुश्किल था.. कुछ दिखते नहीं था.. अब तो विश्वनाथ बाबा का दर्शन, मां गंगा का दर्शन सब सुलभ हो गया.. एकही जगह से.. इस पार से देखिए चाहे उस पार से.. मोदी जी ने ये बहुत मौलिक कार्य किया है।''

इजरायल से आए अभी नाम के सैलानी ने भी हमसे अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। अभी ने हिंदी बोलने में असमर्थता जताई। अभी ने बताया, वाराणसी अच्छा है, मुझे यहां का माहौल और आध्यत्म अच्छा लगता है। अभी के साथ मौजूद दो इजराइली महिलाओं ने कहा कि वे वाराणसी बार-बार आना चाहेंगी।

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