तिरुपति लड्डू विवाद: आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने "सनातन धर्म रक्षण बोर्ड" के गठन की बात कही, राज्य में सियासी बवाल
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 20, 2024 11:16 AM2024-09-20T11:16:49+5:302024-09-20T11:19:49+5:30
Tirupati Laddu controversy: आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने लिखा, "पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' के गठन का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि नीति निर्माताओं, धार्मिक प्रमुखों, न्यायपालिका, नागरिकों और मीडिया के बीच बहस की भी आवश्यकता है।
Tirupati Laddu controversy:आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने तिरुपति लड्डू में इस्तेमाल होने वाली सामग्री को लेकर विवाद बढ़ने पर "सनातन धर्म रक्षण बोर्ड" के गठन की बात कही है। जन सेना पार्टी के प्रमुख ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि तिरुपति बालाजी प्रसाद में पशु वसा (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और गोमांस की चर्बी) मिलाए जाने की बात से हम सभी बहुत परेशान हैं। तत्कालीन वाईसीपी सरकार द्वारा गठित टीटीडी बोर्ड को कई सवालों के जवाब देने होंगे। उन्होंने कहा कि आंध्र सरकार सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने लिखा, "पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' के गठन का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि नीति निर्माताओं, धार्मिक प्रमुखों, न्यायपालिका, नागरिकों और मीडिया के बीच बहस की भी आवश्यकता है। अपने बयान में, पवन कल्याण ने यह भी कहा कि मंदिरों के अपमान, भूमि के मुद्दों और संबंधित धार्मिक प्रथाओं से जुड़े मुद्दों को भी उजागर करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम सभी को किसी भी रूप में 'सनातन धर्म' के अपमान को रोकने के लिए एकजुट होना चाहिए।
क्या है तिरुपति लड्डू विवाद
यह विवाद तब सामने आया जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को आरोप लगाया कि पिछली वाई एस जगन मोहन रेड्डी सरकार ने तिरुमाला में लड्डू प्रसादम तैयार करने के लिए घी की जगह पशु वसा का इस्तेमाल किया था। बाद में, राज्य के मंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नारा लोकेश नायडू ने भी कहा कि लड्डू तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए गए घी की प्रयोगशाला जांच में मछली के तेल और गोमांस की चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।
वाईएसआरसीपी ने शुरू में इन आरोपों का खंडन किया। लेकिन सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है। तेदेपा प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “गोमांस की चर्बी” की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी। इस मामले के बाद से ही राज्य का सियासी पारा चढ़ा हुआ है।