'अक्साई चिन को चीन से वापस लेने का समय आ गया', लद्दाख BJP सांसद ने चीन से निपटने का बताया "वन-टाइम सॉल्यूशन"
By स्वाति सिंह | Published: June 18, 2020 06:50 PM2020-06-18T18:50:31+5:302020-06-18T18:50:31+5:30
भारत-चीन सीमा पर सोमवार रात गलवान घाटी में दोनों सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना 20 सैनिक शहीद हो गए। इसपर संवेदना जताते हुए बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा था, 'मैं गलवान घाटी में भारतीय सेना के सैनिकों के अदम्य साहस और निस्वार्थ बलिदान को सलाम करता हूं।
लद्दाख: लद्दाख लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने गुरुवार को कहा कि अक्साई चिन एक भारतीय क्षेत्र है और अब इसे चीनी कब्जे से वापस लेने का समय आ गया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि सिर्फ अक्साई चिन ही नहीं, बल्कि गिलगित और बाल्टिस्तान भी लद्दाख का हिस्सा हैं।
NDTV में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा, 'ये 2020 का भारत, 1962 का भारत नहीं है। भारतीय चरवाहों को अपने पारंपरिक चारागाहों में जाना चाहिए, जिस पर चीन ने कब्जा किया और चरवाहों को प्रवेश देने से मना कर दिया है। भारत को इन क्षेत्रों पर दावा करना चाहिए और वापस लेना चाहिए।'
भारत-चीन सीमा पर सोमवार रात गलवान घाटी में दोनों सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना 20 सैनिक शहीद हो गए। पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया है । सेना ने शुरू में मंगलवार को कहा कि एक अधिकारी और दो सैनिक शहीद हुए । लेकिन, देर शाम बयान में कहा गया कि 17 अन्य सैनिक “जो अत्यधिक ऊंचाई पर शून्य से नीचे तापमान में गतिरोध के स्थान पर ड्यूटी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उन्होंने दम तोड़ दिया है। इससे शहीद हुए सैनिकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।” सरकारी सूत्रों ने कहा है कि चीनी पक्ष के सैनिक भी “उसी अनुपात में” हताहत हुए हैं ।
इसपर संवेदना जताते हुए बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा था, 'मैं गलवान घाटी में भारतीय सेना के सैनिकों के अदम्य साहस और निस्वार्थ बलिदान को सलाम करता हूं। आप सभी ने मातृभूमि के लिए अपनी अंतिम सांस तक अपार साहस दिखाया। आपकी वीरता को हमेशा याद रखा जाएगा। बहादुर सैनिकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।'