निर्भया मामले में दोषियों को फांसी दिए जाने की तारीख से दो दिन पहले मेरठ जेल के जल्लाद पवन जल्लाद ने गुरूवार को तिहाड़ जेल प्रशासन के समक्ष ड्यूटी पर आमद दर्ज करा दी।
अधिकारियों ने बताया कि पवन जेल परिसर में रहेंगे और शुक्रवार को रस्सी की मजबूती तथा अन्य चीजों की जांच करेंगे। पवन तीसरी पीढ़ी के जल्लाद हैं। निर्भया मामले में चार अभियुक्तों को एक फरवरी को फांसी पर लटकाया जाना तय हो चुका है लेकिन उन्हें उस दिन फांसी दिए जाने की संभावना नहीं है क्योंकि अभियुक्तों में से एक ने बुधवार को राष्ट्रपति के पास अपनी दया याचिका दायर की। एक अन्य ने उच्चतम न्यायालय में सुधारात्मक याचिका दायर की है।
तिहाड़ जेल में बंद निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड में मृत्युदण्ड पाए चार दोषियों के पुतलों को फांसी देने की औपचारिकता कल पवन जल्लाद करेंगे। निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए पवन जल्लाद ने तिहाड़ में रिपोर्ट किया। निर्भया मामले के दोषियों को फांसी की तय तारीख से दो दिन पहले पवन जल्लाद ने तिहाड़ में ड्यूटी पर आमद दर्ज कराई है।
तिहाड़ जेल अधिकारी ने कहा कि मेरठ (यूपी) के जल्लाद पवन जल्लाद कल डमी को अंजाम देंगे। दोषियों को 1 फरवरी 2020 को अंजाम दिया जाना तय है। कुछ दिन पहले ही दोषियों को फांसी देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों का परीक्षण करने के लिए जेल अधिकारियों द्वारा तीसरी बार पुतलों को फांसी दी गई थी।
अधिकारियों ने बताया ये पूरी प्रकिया की गई और अगले कुछ दिनों तक इसे दोहराया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि फांसी में इस्तेमाल होने वाली रस्सी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से मंगाई गई है।
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कैदियों के वजन के अनुसार बोरों में गेहूं और बालू भरकर पुतले बनाए गए थे। दिल्ली की एक अदालत ने 17 जनवरी को विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31), मुकेश कुमार सिंह (32) और पवन (26) को एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी देने का आदेश जारी किया था।
लंबित याचिकाओं के कारण 22 जनवरी को होने वाली फांसी को स्थगित कर दिया गया था। उन्होंने बताया, “ हम फांसी से पहले उसमें इस्तेमाल होने वाली चीजों की गुणवत्ता की जांच कर रहे हैं। तीन दिन के बाद जल्लाद को भी बुला लिया जाएगा। दोषियों के पास अपने परिवार से आखिरी बार मिलने के बारे में निर्णय करने के लिए तीन-चार दिन का समय है। सूत्रों ने बताया कि दिन में अक्षय कुमार सिंह की पत्नी, मां और भतीजा जेल में उससे मिलने आए। उन्होंने बताया कि फांसी से पहले अभी तक उनके पास अपने परिवार से आखिरी बार मिलने का मौका है।