ताजमहल में नमाज अदा करने वाली जगह पर महिलाओं ने छिड़का गंगाजल, फिर पूजा कर लगाए जय श्री राम के नारे
By रामदीप मिश्रा | Published: November 19, 2018 01:50 PM2018-11-19T13:50:48+5:302018-11-19T13:50:48+5:30
ताजमहल में नामाज पढ़ने वाली जगह पर कुछ महिलाओं ने गंगाजल छिड़का है और उसको प्राचीन शिव मंदिर बताया है। महिलाओं का कहना है कि उन्हें यहां पूजा करने का पूरा अधिकार है।
विश्व के सात अजूबों में शामिल ताजमहल को लेकर एक नई तस्वीर सामने आई है, जिस पर हंगामा खड़ा होने लग गया। दरअसल, ताजमहल में नामाज पढ़ने वाली जगह पर कुछ महिलाओं ने गंगाजल छिड़का है और उसको प्राचीन शिव मंदिर बताया है। महिलाओं का कहना है कि उन्हें यहां पूजा करने का पूरा अधिकार है।
खबरों के अनुसार, तीन महिलाएं ताजमहल में अचानक पूजा की सामग्री और गंगाजल लेकर पहुंची और नामाज पढ़े जाने वाले स्थान पर गंगाजल छिड़का। इसके बाद वे वहीं बैठ गई और पूजा करने लग गई। साथ ही साथ उन्होंने जय श्री राम के नारे भी लगाए।
महिलाओं का कहना है कि जहां वे पूजा कर रही थीं वहां प्राचान शिव मंदिर है, जिसकी वजह से उन्होंने पूजा की है और ये उनका अधिकार है। इधर, महिलाओं का ताजमहल में पूजा करने की तस्वीरें लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लीं। साथ ही साथ कई लोगों ने वीडियो भी बनाया है।
मामला सामने आने के बाद ताजमहल की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद भी महिलाएं कैसे पूजा करने बैठ गईं और उन्होंने गंगाजल का छिड़काव किया है।
आपको बता दें, अभी हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) एएसआई ने ताजमहल के गेट पर एक नोटिस चस्पा कर कहा था कि केवल शुक्रवार को ताजमहल में लोग नमाज अदा कर सकते हैं। यह नोटिस भारत सरकार द्वारा काफी पहले जारी किया गया था। लेकिन, इसे अभी कुछ दिन पहले ताजमहल के पश्चिमी गेट पर चस्पा किया गया।
ताजमहल में शुक्रवार के अलावा अन्य दिनों में भी नमाज अदा करने की अनुमति दिए जाने की मांग होती रही है। लेकिन, पुरातत्व विभाग ने इस पर रोक लगा दी। विभाग अब शुक्रवार के दिन ही ताजमहल में नमाज अदा करने की अनुमति दे रहा है। पिछले दिनों मंगलवार को पांच लोगों ने ताजमहल में नमाज अदा की थी। इसके बाद एएसआई ने यह नोटिस लगाया था, जिसमें कहा गया था कि केवल शुक्रवार को ही ताजमहल में नमाज अता किया जा सकता है।
इस संबंध में इसी वर्ष जुलाई में उच्चतम न्यायालय का भी आदेश आया था। न्यायालय ने बाहरी लोगों के ताजमहल में नमाज अदा करने पर रोक लगा दी थी।