पश्चिम बंगाल: "जादवपुर विश्वविद्यालय में 'गोली मारो' का नारा लगाने वाले होंगे गिरफ्तार", बोली ममता बनर्जी, राज्यपाल पर भी साधा निशाना
By आजाद खान | Published: August 29, 2023 07:49 AM2023-08-29T07:49:55+5:302023-08-29T08:05:55+5:30
तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर जादवपुर विश्वविद्यालय मामले में बोलते हुए सीएम ममता ने कहा है कि "उन्हें लगता है कि यह दिल्ली या उत्तर प्रदेश है। अगर आप चाहते हैं तो जादवपुर में विरोध प्रदर्शन करें। हमने अपना 'स्वपनर स्वपन' खो दिया है।"

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा है कि वे पुलिस को उन लोगों को गिरफ्तार करने के लिए कहा है जिन लोगों ने शहर में जादवपुर विश्वविद्यालय मामले में "गोली मारो" का नारा लगाया है। यही नहीं सीएम ममता ने भाजपा को चुनौती भी दी है कि उनकी उपस्थिति में यह सब नहीं चलने वाला है।
बता दें कि "गोली मारो" वाला नारा पहली बार 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान सुना गया था, जो पिछले हफ्ते जादवपुर विश्वविद्यालय के सामने दो दक्षिणपंथी रैलियों के दौरान लगाया गया था। यही नहीं सोमवार को तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मौके पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर भी सीएम ममता जमकर बरसी हैं।
क्या कहा ममता ने
जेयू के प्रथम वर्ष के छात्र की रैगिंग से हुई मौत का जिक्र करते हुए सीएम ममता ने कहा, "उन्हें लगता है कि यह दिल्ली या उत्तर प्रदेश है। अगर आप चाहते हैं तो जादवपुर में विरोध प्रदर्शन करें। हमने अपना 'स्वपनर स्वपन' खो दिया है।"
बनर्जी ने आगे कहा कि "क्या आप गोली चलाना चाहते हैं? अगर आपमें हिम्मत है तो हम पर गोली चलाएं। मैंने पहले ही पुलिस को उन सभी लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दे दिया है जिन्होंने 'गोली मारो' का नारा लगाया था।" रैली को संबोधित करते हुए सीएम ने यह भी कहा कि "मेरा दुख शब्दों से परे है। हम सभी न्याय चाहते हैं। लेकिन न्याय मांगने का यह सही तरीका नहीं है।"
सीएम ममता ने राज्यपाल पर साधा निशाना
रैली के दौरान अपनी भाषण में सीएम ने राज्यपाल पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के ऊपर एक "छाता" की तरह व्यवहार कर रहे थे और उन्होंने विश्वविद्यालय के नियमों को तोड़ने के लिए उनकी आलोचना की है।
राज्यपाल को चेतावनी देते हुए सीएम ममता ने कहा है कि "मैं उनकी कुर्सी का सम्मान करता हूं लेकिन मैं उनकी कार्यप्रणाली से सहमत नहीं हो सकता। वह संविधान की अवज्ञा कर रहे हैं और अपने दोस्तों को राज्य में शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख के रूप में नियुक्त कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा सेल के अध्यक्ष को जेयू का कुलपति बनाया है। आप नामांकित हैं और हम निर्वाचित हैं। निर्वाचित सरकार के साथ पंगा लेने की कोशिश न करें और हिंसा और सांप्रदायिक समस्याएं न भड़काएं।''