लाइव न्यूज़ :

महिलाओं के विज्ञान में उच्च शिक्षा ग्रहण करने की कम संख्या पर राष्ट्रपति ने जताई चिंता

By भाषा | Updated: October 6, 2018 23:18 IST

राष्ट्रपति शनिवार शाम शहर के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित चौथे भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के उदघाटन अवसर पर बोल रहे थे।

Open in App

लखनऊ, छह अक्टूबरः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिलाओं के विज्ञान में उच्च शिक्षा ग्रहण करने का प्रतिशत कम होने पर ध्यान आकर्षित करते हुये शनिवार को कहा कि एक सप्ताह पूर्व महिला वैज्ञानिको ने विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किये है। उन्होंने कहा कि बेटियों की वैज्ञानिक क्षमता को हम देश में ठीक तरीके से उपयोग नही कर पा रहे है ।

राष्ट्रपति शनिवार शाम शहर के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित चौथे भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के उदघाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आईआईएसएफ विज्ञान का कुम्भ मेला है। उप्र हमेशा से ही कुंभ के लिए प्रसिध्द है लेकिन अब विज्ञान कुंभ के लिए भी जाना जाएगा। 

उन्होंने कहा, ‘‘विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ करते हुए मुझे बेहद प्रसन्नता हो रही है। विज्ञान भारत की संस्कृति में है। हरित क्रांति से लेकर अंतरिक्ष कार्यक्रम तक सब विज्ञान की ही देन है।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि हम ‘‘जुगाड़ टेक्नालॉजी’’ का उन्नयन कर उसे सही वैज्ञानिक पहचान दे सकते हैं।

इस अवसर केंद्रीय विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाईक भी मौजूद थे। इस अवसर पर देश के विभिन्न स्कूल कालेजों के छात्र छात्रायें भी मौजूद थे।

राष्ट्रपति ने महिलाओं के विज्ञान में उच्च शिक्षा ग्रहण करने का प्रतिशत कम होने पर ध्यान आकर्षित करते हुये कहा कि वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद में 3446 वैज्ञानिक काम करते है। उनमें से केवल 632 महिला वैज्ञानिक है, यानी केवल 18 दशमलव तीन प्रतिशत महिला वैज्ञानिक है । 

उन्होंने कहा कि एक सप्ताह पूर्व एक महिला ने भौतिक शास्त्र और एक महिला ने रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया है । हम देश में बेटियों की वैज्ञानिक क्षमता को ठीक तरीके से उपयोग नही कर पा रहे है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से 2017 के बीच 649 भारतीय वैज्ञानिक विदेशों से अपने घर (भारत) में अवसर देखकर वापस लौट आए।

राष्ट्रपति ने कहा, 'वर्ष 2017 में भारत के पेटेंट आवेदन बढ़कर 909 हो गए हैं। यह 2016 की संख्या 61 से 15 गुना तक बढ़ चुका है। भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में मंच पर आये हुये अतिथियों को तुलसी का पौधा भेंट किया गया । इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तुलसी धैर्य और शांति का प्रतीक है। साथ ही यह कहा जाता है कि जिस आंगन में तुलसी होती है वहां बीमारी नहीं होती है।

टॅग्स :रामनाथ कोविंद
Open in App

संबंधित खबरें

भारतआरएसएस विजयादशमी रैलीः अमेरिका को व्यापार करना है?, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा-स्वदेशी और स्वावलंबन का कोई विकल्प नहीं, बढ़-चढ़कर अपनाएं युवा पीढ़ी

भारतराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघः विजयादशमी समारोह में मुख्य अतिथि होंगे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, आरएसएस ने ‘एक्स’ पर किया पोस्ट

पूजा पाठक्या है ‘World Peace Centre’?, 2 मार्च को होने जा रहा उद्घाटन, आचार्य लोकेश के नेतृत्व में विश्व शांति का नया युग!

भारतOne Nation One Election Bill: प्रियंका गांधी, मनीष तिवारी, कल्याण बनर्जी और श्रीकांत शिंदे होंगे मेंबर?, वन नेशन-वन इलेक्शन पर बनने वाली JPC में शामिल...

भारतOne Nation One Election Bill: ‘एक देश, एक चुनाव’ में लोकतांत्रिक पेंच भी हैं?, कम खर्च में लोकतांत्रिक अनुष्ठान को संपन्न

भारत अधिक खबरें

भारतGoa Fire Accident: अरपोरा नाइट क्लब में आग से 23 लोगों की मौत, घटनास्थल पर पहुंचे सीएम सावंत; जांच के दिए आदेश

भारतगोवा के नाइट क्लब में सिलेंडर विस्फोट में रसोई कर्मचारियों और पर्यटकों समेत 23 लोगों की मौत

भारतEPFO Rule: किसी कर्मचारी की 2 पत्नियां, तो किसे मिलेगी पेंशन का पैसा? जानें नियम

भारतरेलवे ने यात्रा नियमों में किया बदलाव, सीनियर सिटीजंस को मिलेगी निचली बर्थ वाली सीटों के सुविधा, जानें कैसे

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो