दलित बच्चियों की मौत का मामला, परिजनों ने लगाया बलात्कार के बाद हत्या का आरोप

By भाषा | Updated: November 17, 2020 18:31 IST2020-11-17T18:31:06+5:302020-11-17T18:31:06+5:30

The case of the death of Dalit girls, family members accused of murder after rape | दलित बच्चियों की मौत का मामला, परिजनों ने लगाया बलात्कार के बाद हत्या का आरोप

दलित बच्चियों की मौत का मामला, परिजनों ने लगाया बलात्कार के बाद हत्या का आरोप

फतेहपुर (उप्र), 17 नवंबर फतेहपुर जिले के एक गांव के तालाब से मिले दो दलित बच्चियों के शवों के मामले में परिजनों का आरोप है कि उनकी बलात्कार के बाद हत्या की गई है। हालांकि पुलिस इसे हादसा बता रही है।

फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रशांत वर्मा ने शवों के पोस्टमॉर्टम से पहले पुलिस की सोशल मीडिया अकाउंट से दो बयान (वीडियो) जारी किए हैं। पहले बयान में उन्होंने कहा है, ‘‘दोनों सगी नाबालिग बहनें तालाब से सिंघडा निकालने गयी थीं, जहां गहरे पानी में डूबने से उनकी मृत्यु हुई है।’’

दूसरे बयान में उन्होंने कहा है, ‘‘सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना फैलाई जा रही है कि बच्चियों के हाथ-पैर बंधे थे और आंखें फोड़ी गयी हैं, यह सच नहीं है। ना उनके हाथ-पैर बंधे थे और नाहीं आंखें फोड़ी गयी है। पहली नजर में यह पानी में डूबने से हुई मौत का मामला लगता है। मौत का कारण जानने के लिए शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है।’’

वहीं दोनों नाबालिग बच्चियों की मां ने सोमवार और मंगलवार को मीडिया को बताया, ‘‘शवों को बच्चियों के चाचा लक्ष्मीकांत और तीन-चार अन्य युवकों ने मिलकर बाहर निकाला था। उनके हाथ-पैर सिंघाड़े की जड़ों से बंधे थे और किसी धारदार हथियार से उनकी आंखें फोड़ने से खून बह रहा था।’’

उनका कहना है, ‘‘शवों को घर लाने के बाद पुलिस आयी और बिना पंचनामा भरे जबरन उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए ले गई।’’

बच्चियों के चाचा लक्ष्मीकांत का आरोप है, ‘‘रात में जब में फोन पर घटना की जानकारी जिलाधिकारी को दे रहाथा, तभी पुलिसकर्मियों ने मुझे धमकाया और इस संबंध में किसी से कुछ नहीं बताने को कहा। उन्होंने जबरन मुझसे यह भी लिखवाया कि बच्चियों की मौत पानी में डूबने से हुई है।’’

उन्होंने आरोप लगाया है, ‘‘शवों को निकालने में मदद करने वाले युवकों को भी पुलिस ने रात भर हिरासत में रखा।’’ हालांकि पुलिस ने इससे इंकार किया है।

लक्ष्मीकांत ने आरोप लगाया है कि ‘‘पुलिस अपराधियों को बचा रही है और बलात्कार के बाद बच्चियों की हत्या की गई है।’’

वहीं, स्थानीय असोथर थाने के प्रभारी निरीक्षक रणजीत बहादुर सिंह ने बताया, ‘‘जिस तालाब से बच्चियों के शव बरामद हुए हैं, उसकी गहराई आठ से दस फीट है।’’ उन्होंने बच्चियों के चाचा या अन्य किसी को हिरासत में लिए जाने के आरोपों को खारिज किया है।

परिजनों ने सोशल मीडिया पर उस तालाब का वीडियो डाला है, जिससे बच्चियों के शव बरामद हुए हैं। वीडियो में दिख रहा तालाब बमुश्किल डेढ़ से दो फीट गहरा पानी और कुछ सिंघाड़े के पौध दिखाई दे रहे हैं।

गौरतलब है कि असोथर थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार देर रात जंगल में स्थित एक तालाब से दो दलित बच्चियों (आठ और 12 साल आयु की) के शव संदिग्धावस्था में पानी में तैरते हुए बरामद हुए थे। दोनों बच्चियां सोमवार दोपहर खेतों में चने का साग तोड़ने गयी थीं।

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Web Title: The case of the death of Dalit girls, family members accused of murder after rape

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