तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना, कहा- लोजपा को तोड़ने में मुख्यमंत्री का हाथ, चिराग को साथ आने का दिया न्योता
By एस पी सिन्हा | Published: June 23, 2021 08:29 PM2021-06-23T20:29:08+5:302021-06-23T20:30:42+5:30
दिल्ली से पटना लौटे तेजस्वी यादव ने भी इस टूट के लिए जदयू को जिम्मेदार बताते हुए हमला बोला है. पटना पहुंचते ही उन्होंने सांसद चिराग पासवान को अपने साथ आने का न्योता दे डाला.
पटनाः लोजपा में टूट के बाद अब बिहार की सियासत भी गर्मा गई है. लोजपा में हुई टूट का ठीकरा अब जदयू पर फोड़ा जा रहा है.
पहले चिराग पासवान ने जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पार्टी तोड़ने का जिम्मेदार बताया था, वहीं, आज दिल्ली से पटना लौटे तेजस्वी यादव ने भी इस टूट के लिए जदयू को जिम्मेदार बताते हुए हमला बोला है. पटना पहुंचते ही उन्होंने सांसद चिराग पासवान को अपने साथ आने का न्योता दे डाला.
नीतीश कुमार कितने जवाबदेह हैं, यह सबको मालूम
उन्होंने कहा कि अब चिराग भाई को तय करना है कि बंच ऑफ थॉट्स के पुरजे के साथ रहेंगे या बाबा साहेब ने जो संविधान लिखा उसका साथ देंगे. करीब दो महीने के बाद पटना लौटे तेजस्वी ने कहा कि चिराग भाई को अब भविष्य की राजनीति के लिहाज से फैसला ले लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोजपा में जो कुछ हुआ, उसके लिए नीतीश कुमार कितने जवाबदेह हैं, यह सबको मालूम है.
यह अलग बात है कि नीतीश कुमार इससे पल्ला झाड़ रहे हो. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की जोड़-तोड़ और तिकड़मबाजी की राजनीति से हर कोई वाकिफ है. इसी तरह वह सरकार बनाते रहे हैं. उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जितनी मेहनत वह जोड़-तोड़ में करते हैं, उतनी मेहनत बिहार के विकास में करते तो आज स्थिति कुछ और होती.
लालू जी ने रामविलास पासवान को राज्यसभा सांसद बनाया
तेजस्वी ने लोजपा का उदाहरण देते हुए साफ कहा कि सभी जानते हैं कि लोजपा में जो कुछ भी हुआ, उसके पीछे का मास्टर माइंड कौन है? ऐसे में चिराग पासवान को खुद दिशा तय करनी है. तेजस्वी ने कहा कि लोजपा को 2005 और 10 में भी नीतीश जी ने तोड़ने का प्रयास किया. जब 2010 में लोजपा का एक भी एमएलए-एमपी नहीं था, तब लालू जी ने रामविलास पासवान को राज्यसभा सांसद बनाया था.
इसतरह से उनकी पार्टी हमेशा से रामविलास पासवान के साथ खड़ी रही. उन्होंने मुख्यमंत्री के इस बयान पर कि उन्हें लोजपा में टूट की जानकारी नहीं है, तंज कसते हुए कहा कि उन्हें तो कुछ पता ही नहीं रहता है. उन्हें क ख, ग, घ का पता नहीं होता. उन्हें यह भी पता नहीं कि बिहार में कोरोना और बाढ़ से जनता त्राहिमाम कर रही है. महंगाई चरम सीमा पर है.
पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए के पार
बिहार बेरोजगारी का केंद्र बना हुआ है. पुल बनकर टूट रहा है, आगे न जाने क्या होगा. उन्होंने कहा कि वह(नीतीश कुमार) न तो अखबार पढ़ते हैं, न कुछ और पढ़ते हैं, उनकी आदत से हम सब बाकिफ हैं. वह यह भी नहीं जानते हैं कि कि पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए के पार हो गई है.
तेजस्वी ने कहा कि अब चिराग को यह तय करना है कि वह संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के विचारधारा के साथ आएंगे या फिर कुछ खास विचारों व विचारधारा (आरएसएस) के साथ वह चलेंगे. इस दौरान तेजस्वी ने इशारों इशारों में यह साफ दिया कि चिराग के साथ वह काम करने के लिए तैयार हैं, अब इंतजार इस बात का है कि चिराग क्या फैसला करते हैं?
लालू यादव जल्द ही बिहार लौट सकते हैं
तेजस्वी अपने पिता राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के सेहत का जिक्र करते हुए कहा कि अभी उनकी सेहत स्थिर है और वो डॉक्टरों की देखरेख में हैं. लालू यादव जल्द ही बिहार लौट सकते हैं. डॉक्टरों से इस बारे में बात चल रही है. उन्होंने कहा कि वह नेता होने के साथ एक बेटा भी हैं. इसलिए वो दिल्ली में थे.
दरअसल मीडिया ने उनसे यह सवाल किया था कि जदयू उनके बाहर होने को लेकर हमलावर है. उन्होंने लालू यादव की तबियत को लेकर कहा कि अभी लालू जी की सेहत पर काफी ध्यान देने की जरूरत है. कोरोनाकाल के दौरान विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होगी.