मुजफ्फरपुर केस: तेजस्वी बोले- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच, 'चाचा' अंतरआत्मा जगाइए
By पल्लवी कुमारी | Published: August 4, 2018 08:24 PM2018-08-04T20:24:07+5:302018-08-04T20:24:07+5:30
दिल्ली का जंतर-मंतर विरोधी एकता का मंच दिखा। धरना में शामिल होने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, जेडीयू से अलग हुए शरद यादव और सीपीआई नेता डी राजा और सीता राम येचुरी भी पहुंच।
नई दिल्ली, 4 अगस्त: मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के खिलाफ शनिवार शाम 5 बजे से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया। दिल्ली का जंतर-मंतर विरोधी एकता का मंच दिखा। धरना में शामिल होने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, जेडीयू से अलग हुए शरद यादव और सीपीआई नेता डी राजा और सीता राम येचुरी भी पहुंचे। इस धरना में तेजस्वी यादव ने गैर राजनीतिक करार देते हुए सभी आम लोगों से इसमें जुड़ने की अपील की थी।
राहुल गांधी के पहुंचने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल जंतर मंतर पहुंचे और भाषण देकर निकल चुके थे। दोनों नेताओं का आमना-सामना नहीं हो पाया। धरना देते वक्त इस मौके पर सबसे ज्यादा आक्रमक रूप में तेजस्वी यादव ने भाषण दिया। तेजस्वी यादव ने सबका धन्यवाद करते हुए कहा, इस मसले में खून खौलता है। मेरी भी मां- बहने हैं ऐसा सोचकर ही मुझे डर लगता है। बाल आयोग की रिपोर्ट के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। टाटा इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट आने के 2 महीने बाद प्राथमिकी दर्ज की गई और उसमें मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर का नाम गायब था। किसी भी तरह ब्रजेश नीतीश जी के करीबी रहे हैं।'
तेजस्वी ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि ब्रजेश ठाकुर को फांसी की सजा दी जाए। पिछले एक साल में बिहार में अपराधों की संख्या में वृद्धि हुई है। राज्य के विभिन्न जिलों से गैंगरेप के मामले एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। हम और कांग्रेस पार्टी इन मामले के खिलाफ काफी काम कर रहे हैं लेकिन फिर हमारे चाचा का अंतरआत्मा नहीं जाग रहा है। चाचा, जी अपनी आत्म को जगाइए। देश की जनता आपसे जवाब चाहती है। आपको क्या दुख हुआ, जब आपने ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ एफआईआर ही दर्ज नहीं किया।
तेजस्वी ने कहा, 'नीतीश जी आप देश को बताइए कि आपके अधिकारियों ने इसके बारे में क्यों नहीं बताया। देश की जनता को आप क्या मुंह दिखाएंगे? चाचा आपके आंख के नीचे ये सारा काम होता रहा और आप देखते रहे। ये कैसे हो गया।'
तेजस्वी ने आगे कहा, मैं चाहता हूं कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो और पीड़ित लड़कियों को सुरक्षित दिल्ली ला जाए। नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार में जंगलराज नहीं, बल्कि राक्षस राज चल रहा है।
बता दें कि बालिका गृह में रहने वाली 42 में से 34 लड़कियों के चिकित्सकीय परीक्षण में उनके साथ यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई है। एनजीओ ‘सेवा संकल्प एवं विकास समिति’ द्वारा चलाए जा रहे बालिका गृह का मालिक बृजेश ठाकुर इस मामले में मुख्य आरोपी है। इस मामले में 31 मई को 11 लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। ठाकुर समेत 10 लोगों को तीन जून को गिरफ्तार किया गया था। एक व्यक्ति फरार है।
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