तेजप्रताप ने दिया निमंत्रण, राजद प्रदेश अध्यक्ष ने प्रशांत किशोर को बताया गंदी नाली के कीड़े जैसा
By एस पी सिन्हा | Published: January 31, 2020 07:21 AM2020-01-31T07:21:09+5:302020-01-31T07:21:09+5:30
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रशांत किशोर की तुलना गंदे नाली के कीड़े से की और कहा कि गंदे नाले से निकले पानी का इस्तेमाल पीने में नहीं किया जाता है और हमने जिसे गंदा मान लिया उसका इस्तेमाल नहीं करने वाले हैं.
जदयू के द्वारा पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को पार्टी से निष्कासित कर दिये जाने के बाद भाजपा और जदयू नेताओं के साथ ही राजद में महाभारत शुरू हो गई है. दरअसल, प्रशांत किशोर को तेजप्रताप ने राजद में आने का न्यौता दिया था, जिसके बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि वह एक गंदी नाली के कीड़े जैसे हैं और उन्हें राजद में किसी भी हाल में शामिल नहीं किया जाएगा.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रशांत किशोर की तुलना गंदे नाली के कीड़े से की और कहा कि गंदे नाले से निकले पानी का इस्तेमाल पीने में नहीं किया जाता है और हमने जिसे गंदा मान लिया उसका इस्तेमाल नहीं करने वाले हैं.
अब इस बयान से तेजप्रताप यादव नाराज हो गए हैं. तेजप्रताप यादव ने कहा कि जगदानंद को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए. राजद में लालू प्रसाद यादव की विचारधारा चलती है वहां पर ऐसे शब्दों की कोई जगह नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने नाराजगी जताते हुए जगदानंद के बयान की निंदा की.
वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है जब तेजप्रताप को किसी पार्टी नेता पर गुस्सा आया हो. इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष रहे रामचंद्र पूर्वे के खिलाफ तो तेजप्रताप ने मोर्चा तक खोल दिया था. भाई वीरेंद्र और शिवानन्द तिवारी के खिलाफ भी तेजप्रताप हमेशा से बोलते रहे हैं. हालांकि पार्टी ने कभी उनके खिलाफ किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं, तेजप्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष के बयान के बाद कहा कि राजद में प्रशांत किशोर का स्वागत है और पीके के लिए राजद के दरवाजे खुले हैं.
हालांकि जगदानंद सिंह के बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है. उनके बयान पर जदयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि जिसका राष्ट्रीय अध्यक्ष ही घोटाला के मामले में सजायाफ्ता हो और जेल में हो वो दूसरी पार्टी को कैसे गन्दा नाला कह सकते हैं? वहीं, जदयू नेता अजय आलोक ने कहा कि प्रशांत किशोर का चैप्टर जदयू में अब क्लोज हो गया है.
उन्होंने पीके को कोरोना वायरस बताते हुए कहा कि कोरोना वायरस को अब निकाल दिया गया है. पार्टी ने एक पागल को मौका दिया था. यहां बता दें कि प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को पार्टी विरोधी बयान दिए जाने के आरोप में जदयू ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था. जिसके बाद बिहार में बयानबाजी का दौर जारी है. जदयू नेताओं ने जहां प्रशांत किशोर और पवन वर्मा पर तंज कसा है वहीं भाजपा नेताओं ने भी तरह-तरह के बयान दिए हैं.