देखें वीडियो: राम मंदिर को लेकर गाजीपुर के तहसीलदार हिम्मत बहादुर ने दिया विवादित बयान, संतों ने जताई आपत्ति-जेल भेजने की मांग की
By आजाद खान | Published: January 18, 2023 01:47 PM2023-01-18T13:47:01+5:302023-01-18T14:39:19+5:30
वायरल वीडियो में गाजीपुर के तहसीलदार के कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया है कि राम मंदिर दुकानदारी है। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि मंदिर में लोगों को आस्था को गलत है।

फोटो सोर्स: Twitter @IPradipUpadhyay
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक तहसीलदार ने कथित तौर पर अयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर को लेकर एक बयान दिया है जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। गाजीपुर के सेवराई तहसील के नायाब तहसीलदार हिम्मत बहादुर ने विवादित बयान देते हुए राम मंदिर में आस्था रखने वालों को गलत बताया है। यही नहीं उन्होंने भव्य राम मंदिर को दुकानदारी बताया है।
ऐसे में जब जब तहसीलदार हिम्मत बहादुर का वीडियो वायरल होने लगा तो इस पर अयोध्या के संतों की प्रतिक्रिया भी सामने आई है और उन लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति भी जताई है। संतों ने तहसीलदार हिम्मत बहादुर को नास्तिक बताया है और उन्हें पद से हटाकर जेल भेजने को कहा है। आपको बता दें कि लोकमत हिंदी इस वीडियो को प्रमाणित नहीं करता है।
तहसीलदार हिम्मत बहादुर ने क्या बयान दिया था
दरअसल, तहसीलदार हिम्मत बहादुर का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उन्होंने राम मंदिर और इससे आस्था रखने वाले लोगों को लेकर विवादित टिप्पणी की है। वायरल वीडियो में तहसीलदार हिम्मत बहादुर को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया है कि राम मंदिर में आस्था रखना सही नहीं है। उनके अनुसार, आस्था आप में और ईश्वर में है।
#ghazipur जिले में तैनात नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर बता रहे हैं कि राम मंदिर दुकानदारी है। चैलेंज दे रहे हैं। pic.twitter.com/JcmfqHyVfr
— प्रदीप उपाध्याय (@IPradipUpadhyay) January 18, 2023
यही नहीं वायरल वीडियो में तहसीलदार हिम्मत बहादुर द्वारा राम मंदिर को दुकानदारी भी बताया गया है। वीडियो में तहसीलदार हिम्मत बहादुर को यह भी कहते हुए देखा गया है कि वह किसी से नहीं डरते है, उनके बयान के वीडियो को जहां भी भेजना है भेज सकते है।
संतों ने क्या कहा है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मामले में तहसीलदार हिम्मत बहादुर के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि उनका बयान निंदनीय है। उन्होंने तहसीलदार को मूर्ख बताया और कहा कि उन्हें न तो मंदिर का ज्ञान है और नहीं पूजा अर्चना की जानकारी है। यही नहीं रामलला के प्रधान पुजारी ने इस पर कड़ी आपत्ति भी जताई है और मांग की है कि उन्हें पद से हटा देना चाहिए।
जानकारी के अनुसार, यही नहीं उन्होंने तहसीलदार हिम्मत बहादुर को जेल भी भेजने की बात कही है। वहीं इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा भी रिएक्शन्स देखने को मिले है।
हालांकि मौके पर मौजूद लेखपालों ने बयान देते हुए नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर को वहां से हटा दिए थे और उन्हें एक दूसरे कमरे में ले गए थे। वहीं इस पर जब एसडीएम सेवराई राजेश प्रसाद से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है। इस पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा है कि किसी को किसी की आस्था को लेकर खिलवाड़ करना सही नहीं है। उन्होंने आगे कहा है कि संबंधित नायब तहसीलदार के खिलाफ पहले भी कई शिकायते आ चुकी है। ऐसे में खबर यह भी है कि उन्हें सेवराई से रिलीव भी कर दिया गया है।