तमिलनाडु : “महाकवि दिवस“ मनाने के स्टालिन सरकार के फैसले का अन्नाद्रमुक ने किया स्वागत
By भाषा | Updated: September 11, 2021 18:14 IST2021-09-11T18:14:15+5:302021-09-11T18:14:15+5:30

तमिलनाडु : “महाकवि दिवस“ मनाने के स्टालिन सरकार के फैसले का अन्नाद्रमुक ने किया स्वागत
चेन्नई, 11 सितंबर तमिलनाडु में विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने देश के ओजस्वी कवि और स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्यम भारती की पुण्यतिथि 11 सितंबर को प्रतिवर्ष 'महाकवि दिवस' के रूप में मनाने के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए उसकी सराहना की है।
अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि सरकार की ओर से 11 सितंबर को महाकवि दिवस के रूप में मनाने की घोषणा स्वागत योग्य है।
पनीरसेल्वम ने कहा, "कवि सुब्रह्मण्य भारती ने दुनिया को तमिल भाषा की महानता एवं उत्कृष्टता का एहसास कराया। उन्होंने साबित कर दिया कि केवल भाषा के प्रति लगाव रखने वाले ही देशभक्त के रूप में रह सकते हैं।"
यहां एक बयान में पूर्व मुख्यमंत्री ने भारती को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह अंग्रेजी, फ्रेंच, तेलुगु और हिंदी भी धाराप्रवाह रूप से बोलते थे।
पनीरसेल्वम ने कहा कि भारती ने मदुरै के सेतुपति उच्च माध्यमिक विद्यालय में तमिल शिक्षक के रूप में काम किया था। उनके कार्यों ने लोगों में देशभक्ति की भावना जगाई। उन्होंने अपनी कविताओं के जरिए भारतीयों के बीच एकता की भावना को मजबूत किया।
दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता ने ट्रिप्लिकेन में स्थित भारती के घर का जीर्णोद्धार किया था।
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भारती की पुण्यतिथि को प्रतिवर्ष महाकवि दिवस के रूप में मनाने के अलावा कई अन्य घोषणाएं भी की हैं। भारती की कविताओं और निबंधों को स्कूलों की पाठ्यपुस्तकों में शामिल किया जाएगा। सरकार की ओर से वित्तीय सहायता प्रदान करने के अलावा त्रिची भारतीदासन विश्वविद्यालय में उनके नाम पर एक पीठ की स्थापना की जाएगी।
पनीरसेल्वम ने कहा, "मैं अन्नाद्रमुक की ओर से इन घोषणाओं का स्वागत करता हूं।
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