लाइव न्यूज़ :

शाह ने सुरक्षाबलों से कहा- आतंकवाद बर्दाश्त नहीं, कश्मीर में आतंकी फंडिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें

By भाषा | Updated: June 27, 2019 16:48 IST

बैठक में राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी मौजूद थे। शाह के दो दिवसीय दौरे के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए राज्य के मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि गृह मंत्री ने राज्य में आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने को कहा है।

Open in App
ठळक मुद्देउन्होंने उग्रवाद और आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिये जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रयासों की सराहना की और निर्देश दियाशाह ने बैठक में कहा, “प्रमुख सार्वजनिक स्थलों का नाम शहीद पुलिसकर्मियों के नाम पर होना चाहिए।”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सुरक्षा बलों से कहा कि वे आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाएं और राज्य में आतंकी फंडिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे शाह ने राज्य सरकार और केंद्र के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिये।

इस बैठक में राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी मौजूद थे। शाह के दो दिवसीय दौरे के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए राज्य के मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि गृह मंत्री ने राज्य में आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने को कहा है।

सुब्रह्मण्यम ने गृह मंत्री को उद्धृत करते हुए कहा, “आतंकवादियों और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति होनी चाहिए। आतंकी फंडिंग के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कानून का शासन लागू होना चाहिए।”

उन्होंने उग्रवाद और आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिये जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रयासों की सराहना की और निर्देश दिया कि प्रदेश सरकार को अपने पुलिसकर्मियों की शहादत पर उनके गांवों में उचित तरीके से याद करते हुए सम्मान देना चाहिए।

शाह ने बैठक में कहा, “प्रमुख सार्वजनिक स्थलों का नाम शहीद पुलिसकर्मियों के नाम पर होना चाहिए।” गृह मंत्री ने एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की। राज्य के मुख्य सचिव ने कहा, “यह समीक्षा सुरक्षा बलों द्वारा अब तक की गई तैयारियों, पिछले साल की अपेक्षा इस साल किये गए सुधारों और सुरक्षा बलों की और किसी जरूरत पर केंद्रित थी।

यात्रा के सुगम रूप से संचालन के लिये प्रशासनिक और अन्य इंतजामों की भी इस दौरान समीक्षा की गई।” उन्होंने कहा कि शाह ने जोर देकर कहा कि मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को लागू करने में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए और वरिष्ठ अधिकारियों को हर स्तर पर यात्रा के इंतजाम व्यक्तिगत रूप से देखने चाहिए।

शाह ने खास तौर पर बलों का ध्यान तोड़फोड़ और विध्वंसक गतिविधियों को रोकने के लिये किये जाने वाले अभ्यासों की तरफ आकर्षित किया। बैठक के दौरान सुरक्षा बलों ने राज्य में सुरक्षा परिदृश्य का व्यापक खाका गृह मंत्री के समक्ष पेश किया। 

टॅग्स :जम्मू कश्मीरअमित शाहमोदी सरकारटेरर फंडिंग
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतसंचार साथी ऐप में क्या है खासियत, जिसे हर फोन में डाउनलोड कराना चाहती है सरकार? जानें

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारत अधिक खबरें

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा

भारतलालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव पर ₹356000 बकाया?, निजी आवास का बिजली कनेक्शन पिछले 3 साल से बकाया राशि के बावजूद चालू

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल