आरजी कर हॉस्पिटल के रेनोवेशन पर शुभेंदु अधिकारी का बड़ा दावा, बोले- 'CM ममता के कॉल रिकॉर्ड...'
By अंजली चौहान | Published: September 6, 2024 11:39 AM2024-09-06T11:39:06+5:302024-09-06T12:24:20+5:30
kolkata Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल में आरजी कर मेडिकल कॉलेज का मामला रोज नए मोड ले रहा है
kolkata Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में ममता सरकार घेरे में हैं। राज्य में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने ममता बनर्जी पर कई आरोप लगाए हैं। आए दिन मामले में नए-नए खुलासों के कारण केस में नया मोड़ आ रहा है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गंभीर आरोप लगाते हुए खुलासा किया कि ममता बनर्जी के लोग कह रहे हैं कि आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल के पास वाले कमरे का रेनोवेशन का आदेश पीडब्ल्यूडी को 9 अगस्त से पहले दिया गया था लेकिन यह पता चला है कि यह आदेश 10 अगस्त को मिला था।
शुभेंदू ने कहा, "अगर आप ममता बनर्जी का मोबाइल फोन लें और 9-10 अगस्त के कॉल रिकॉर्ड की जांच करें, तो सब कुछ सामने आ जाएगा।" उन्होंने आगे कहा कि बलात्कारियों को फांसी दी जाएगी, लेकिन उन्हें बचाने वालों का क्या होगा? उन्होंने इस संबंध में कानूनों में संशोधन की भी मांग की, लेकिन राज्य सरकार सहमत नहीं हुई।
शुभेंदु ने कॉल रिकॉर्ड के लिए ममता के फोन की जांच की मांग की उन्होंने अधिकारियों से घटना की तारीख पर कॉल रिकॉर्ड के लिए मुख्यमंत्री के मोबाइल फोन की जांच करने का आग्रह किया।
I have written a letter to the Hon'ble President of India; Smt. Droupadi Murmu Ji requesting her to withdraw/forfeit the prestigious President's Police Medal and Police Medal conferred upon Shri Vineet Goyal; IPS, (West Bengal: RR – 1994), presently Commissioner of Police,… pic.twitter.com/uaNeQppibZ
— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) September 5, 2024
इससे पहले, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय ने 10 अगस्त के एक पत्र का हवाला दिया, जिस पर कथित तौर पर आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने हस्ताक्षर किए थे, जिसमें प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के एक दिन बाद घटनास्थल के रेनोवेशन का आदेश दिया गया था।
मालवीय ने इसे "विस्फोटक" करार दिया और आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार और अस्पताल ने जीर्णोद्धार की तिथि के बारे में झूठ बोला है।
एक्स पर पोस्ट में अमित मालवीय ने कहा, "यह विस्फोटक है। एक और सबूत, जो स्थापित करता है कि डॉ. संदीप घोष, जिन्हें अब गिरफ्तार किया गया है, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य, ने 10 अगस्त को सेमिनार रूम (अपराध स्थल) के पास शौचालय की मरम्मत/जीर्णोद्धार का आदेश दिया था, एक दिन पहले युवती डॉक्टर के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार और हत्या की गई थी (8/9 अगस्त की मध्यरात्रि को उसकी हत्या कर दी गई थी)।"
उन्होंने कहा, "इसका मतलब है कि अपराध की तिथि से पहले जीर्णोद्धार शुरू होने का दावा सरासर झूठ था। पश्चिम बंगाल सरकार और अस्पताल ने झूठ बोला। कोलकाता पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की, जिन्होंने टूटी दीवार का वीडियो साझा किया था।"
मालवीय ने पत्र को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अस्पताल प्रशासन और कोलकाता पुलिस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि तीनों ने मिलकर सभी सबूत मिटा दिए और घटनास्थल को साफ-सुथरा बना दिया।
इस बीच, भाजपा की राज्य महासचिव लॉकेट चटर्जी ने कहा, "पहले हमने देखा है कि कोलकाता पुलिस लोगों को समन भेज रही थी और कह रही थी कि वे फर्जी खबरें फैला रहे हैं। अब हम देख रहे हैं कि कोलकाता पुलिस खुद फर्जी खबरें फैला रही है।
उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने लाने के लिए पहले मुख्यमंत्री से पूछताछ होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "यह एक संगठित अपराध था... संदीप घोष के साथ कई बड़े नाम जुड़े हैं, यहां तक कि कालीघाट भी इससे जुड़ा है... टीएमसी सरकार ने 21 वकीलों को सुप्रीम कोर्ट क्यों भेजा?"