बिहार विधानपरिषद की कार्यवाही बुधवार (28 नवंबर) तीसरे दिन हंगामा करने के आरोप में राजद के पांच विधान पार्षदों(एमएलसी) को सदन की कार्यवाही में भाग लेने से दो दिन तक के लिए निलंबित कर दिए गए हैं। विधान परिषद में हुए हंगामे के दौरान उप सभापति हारून रशिद ने 5 सदस्यों को 2 दिन के लिए निलंबित कर दिया। इसके बाद विधान परिषद में पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के नेतृत्व में सभी धरने पर बैठ गये।
इस बीच सदन की कार्यवाही के दौरान राबड़ी देवी वेल में धरने पर बैठ गईं और उनकी ही पार्टी राजद के कई सदस्य भी वेल में घुस गए। राबड़ी देवी के साथ राधाचरण सेठ, सुबोध राय, दिलीप राय, कमरे आलम, खुर्शीद मोहसिन भी हंगाम कर रहे थे, इस दौरान सभी को सदन से निलंबित कर दिया गया।
हंगामे के बीच कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा समेत रामचंद्र पूर्वे, सुबोध कुमार, दिलीप राय, कमर आलम और खुर्शीद मोहसिन भी राबड़ी देवी के साथ धरना पर बैठे हैं। सदन से राधाचरण सेठ, सुबोध राय, दिलीप राय, कमरे आलम, खुर्शीद मोहसिन को दो दिन के लिए निलंबित किया गया है।
ये सभी राजद के सदस्य हैं। विधान परिषद के सभापति ने परिषद की अवमानना के खिलाफ ये कार्रवाई की। इससे पहले आज विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष ने कानून-व्यवस्था को लेकर वेल में आकर हंगामा किया। राबड़ी देवी की मांग है कि जब तक हमारी बात कोई नहीं सुनता है। हम सदन नहीं चलने देंगे।
उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार अपनी मनमानी कर रही है। राबड़ी देवी अपने एमएलसी को बहाल करने की मांग पर भी अड़ी हुई हैं।