सरकार ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान में जैश मोहम्मद के आतंकवादी शिविरों के खिलाफ भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमले के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि सभी दलों ने आतंकवाद विरोधी अभियानों का समर्थन किया और इंडियन एयर फोर्स (IAF) को बधाई दी।
पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा- हवाई हमले का राजनीतिकरण करना उचित नहीं
पूर्व रक्षा मंत्री ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए हमले के लिए भारतीय वायुसेना की प्रशंसा की और कहा कि भारतीय रक्षा बल ने नागरिकों को गौरवान्वित किया है। पवार ने कहा कि हवाई हमले का राजनीतिकरण करना उचित नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना पहले भी ऐसे हमले करती रही है लेकिन इसका राजनीतिकरण नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘श्रेय हमेशा सेना को जाता है। अब अगर श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाता है तो श्रेय आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को भी दिया जाना चाहिए।’’ विदेश सचिव विजय गोखले ने नयी दिल्ली में बताया कि भारत ने मंगलवार तड़के जैश ए मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर हवाई हमले किए जिसमें ‘‘बड़ी संख्या में’’ आतंकवादी, प्रशिक्षक और वरिष्ठ कमांडर मारे गए।
पवार ने कहा, ‘‘पूर्व रक्षा मंत्री होने के नाते मैं आश्वस्त था कि पुलवामा में जिसने भी हमला किया उसे भुगतना पड़ेगा।’’उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने सावधानी बरती कि इस तरह से हवाई हमले किए जाएं कि अंतरराष्ट्रीय आलोचना का शिकार नहीं बनना पड़े।
पवार ने कहा कि अंतिम सर्वदलीय बैठक में निर्णय किया गया कि पुलवामा हमले से जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाएगा और सभी दलों को सरकार के साथ दृढ़ता से खड़ा रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हवाई हमले का इस्तेमाल राजनीति के लिए किया जाता है तो यह उचित नहीं होगा।’’