सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट में खुद को बताया बिहार का मुख्यमंत्री, बाद में सुधारी गलती
By एस पी सिन्हा | Published: June 21, 2019 08:30 PM2019-06-21T20:30:34+5:302019-06-21T20:31:04+5:30
खबर के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए सुशील मोदी ने खुद का परिचय मुख्यमंत्री सुशील मोदी के रुप में दे दिया. इसके बाद मोदी के ट्विट पर सियासी गलियारे में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के एक ट्वीट ने सियासी गलियारे के तापमान को बढ़ा दिया है. सुशील मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट करते हुए खुद को बिहार का मुख्यमंत्री बताया. जिसके बाद सियासी गलियारे में कयासों का बाजार गर्म हो गया. कांग्रेस ने इसे मोदी की मन की बात बताई है. वहीं, भाजपा ने भी ये कहकर कयासों को हवा दे दी है कि हर नेता बड़े ओहदे पर जाना चाहता है.
यहां बता दें कि सुशील मोदी काफी वक्त से ट्विटर पर एक्टिव हैं और हर दिन वह अपनी बातों को ट्विटर के जरिए कहते हैं. चाहे वह सरकार के पक्ष में हों या विपक्ष पर निशाना साधना हो. वह ट्वीट के जरिए ही सारी बातें कहते हैं. ऐसे में उनके एक ट्वीट ने अब सियासी गलियारों में नई हवा बहा दी है.
दरअसल, सुशील मोदी अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लू पीड़ित मरीजों से मिलने गए थे. रोजाना की तरह इस बात को लेकर सुशील मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट से मरीजों का हालचाल लेने की अखबार की एक कटिंग पोस्ट की.
खबर के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए सुशील मोदी ने खुद का परिचय मुख्यमंत्री सुशील मोदी के रुप में दे दिया. इसके बाद मोदी के ट्विट पर सियासी गलियारे में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने मोदी के ट्वीट पर कहा कि मोदी खुद ट्वीट नहीं करते होंगे. ये ट्वीट उनके लोगों ने किया होगा. गलती से इस तरह का ट्वीट हो गया है. लेकिन हर नेता की इच्छा होती है कि वह मुख्यमंत्री बने, अगर सुशील मोदी के दिल में ये बात है तो इसमें बुरा नहीं है.
इधर, ट्वीट को लेकर जदयू ने भी नाराजगी जाहिर की है. लेकिन बड़े ही सधे अंदाज में जदयू विधान पार्षद दिलीप चौधरी ने भी माना है कि ऐसा ट्वीट गलती से ही हुआ होगा. हांलाकि, वह यह भी कहने में पीछे नहीं रहे कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं. इस पद के लिए जगह खाली नहीं है, किसी के सोचने से कोई फर्क नहीं पडता है.
वहीं, जदयू महासचिव केसी त्यागी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह की गलतियां जानबूझकर नहीं की जाती है. सुशील मोदी पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं. भूल से हो गई होगी गलती. जबकि पार्टी के प्रवक्ता अजित चौधरी ने कहा है कि बिहार में एनडीए के नेता नीतीश कुमार ही हैं और वह बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं. इसमें कहीं कोई दो राय नही है. ये ट्वीट गलती से किया गया होगा.
हलांकि, हरेक नेता की चाहत बड़े से बड़े पद पर जाने की होती है. इसे दूसरे अंदाज से लेना ठीक नहीं. हालांकि ट्वीट के बाद ब़ढते बवाल को देखते हुए बाद में सुशील मोदी की ओर से किये गये ट्वीट में सुधार जरूर कर लिया गया.