नई दिल्ली: फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया है। केस को ट्रांसफर करते हुए कोर्ट ने कहा है कि मुंबई पुलिस जांच में सीबीआई को मदद करे। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा है कि बिहार पुलिस सही एंगल से जांच कर रही थी।
इस मामले में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि हम सभी लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। इसका राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है। बिहार पुलिस ने कानून के मुताबिक अपना काम किया है।
इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से स्पष्ट होता है कि बिहार पुलिस द्वारा जांच और यहां दर्ज की गई एफआईआर सही थी। इस मामले को लेकर सिर्फ सुशांत सिंह राजपूत का परिवार या बिहार के लोग ही नहीं, बल्कि पूरा देश चिंतित है। सीबीआई जांच पर लोग भरोसा कर सकते हैं इसलिए अब न्याय होगा।
नीतीश कुमार ने कहा कि शिकायत के बाद जांच करना बिहार पुलिस का कर्तव्य था, लेकिन उन्हें मुंबई में सहयोग नहीं मिला। हमारे आईपीएस अधिकारी के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया व्यवहार सभी को ज्ञात है। एससी फैसले से यह स्पष्ट है कि जो हमारे अधिकारियों के साथ महाराष्ट्र में हुआ वह सही नहीं था। इस स्थिति में कोई भी राजनीतिक टिप्पणी सही नहीं है।
संबित पात्रा ने ट्वीट कर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है-
इस मामले में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किया है। संबित पात्रा ने ट्वीट कर महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर लिया है। संबित ने कहा है कि पहले महाराष्ट्र सरकार सो “रिया” था।, फिर संजय राउत सुशांत परिवार को धो “रिया” था।, अब मुंबई में सरकार रो “रिया” है।, दोस्तों जल्दी ही सुनेंगे महाराष्ट्र सरकार जा “रिया” है।
इससे पहले एक ट्वीट में संबित पात्रा ने कहा कि सुनने में आया है महाराष्ट्र सरकार अब रो “रिया” है! इसके अलावा, तीसरे ट्वीट में पात्रा ने कहा कि SHIV SENA= SONIA + RHEA = SORHEA SENA (सोरिया सेना माने ऐसी सेना जो सो रही हो।)
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कही ये 5 बड़ी बातें, जानिए
- सुशांत सिंह राजपूत का परिवार और उन्हें चाहने वाले इस जांच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। किसी भी तरह की अटकलों को खत्म करने के लिए ये इस समय की जरूरत है कि निष्पक्ष जांच की जाए।
- इस जांच के नतीजे सुशांत के पिता के लिए न्याय की तरह होगा जिन्होंने अपना एकमात्र बेटा खो दिया।
- याचिकाकर्ता (रिया चक्रवर्ती) के लिए भी ये न्याय की इच्छा के अनुरूप है क्योंकि उन्होंने भी पूर्व में सीबीआई जांच की मांग की थी।
- जब दोनों राज्य (बिहार और महाराष्ट्र) एक दूसरे पर राजनीतिक हस्तक्षेप जैसे आरोप लगा रहे हैं, ऐसे में जांच की असलियत संदेह में आ जाती है। एक निष्पक्ष जांच उन निर्दोषों के लिए न्याय होगा जो गैरजरूरी वजहों से भी निशाने पर हैं।
- कई लोगों ने इस मामले में छूट हासिल कर ली है और अपनी थ्योरी और कल्पना गढ़ रहे हैं। ऐसी प्रतिक्रियाओं की वजह से अटकलों को बल मिला है। इनमें दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से जांच प्रकिया को देरी करने और गलत दिशा देने की प्रवृति है।