बुधवार को दिखेगा 2022 का सबसे बड़ा सुपरमून, ‘बक मून’ दिया गया नाम, जानिए इसके बारे में
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 12, 2022 07:16 AM2022-07-12T07:16:16+5:302022-07-12T07:30:25+5:30
बुधवार की पूर्णिमा को ‘‘बक मून’’ नाम दिया गया है। इसे हिरन मून भी कहा जाता है। ऐसा साल के उस समय के संदर्भ में किया गया है, जब हिरन के नए सींग उगते हैं।
वाशिंगटनः यदि आप पिछले महीने सुपरमून के साक्षी बनने से चूक गए हैं, तो आपके पास एक और मौका है। इस माह पूर्णिमा बुधवार को है। इसी समय चंद्रमा की कक्षा उसे पृथ्वी के सामान्य से अधिक करीब लाएगी। इस खगोलीय घटना को को सुपरमून कहा जाता है।
सुपरमून वह खगोलीय घटना है जिसके दौरान चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होता है। चंद्रमा पृथ्वी से सिर्फ 3,57,264 किलोमीटर दूर होगा। इस दौरान यदि मौसम अनुकूल हो तो चंद्रमा अधिक चमकीला और अधिक बड़ा दिखाई दे स कता है। बुधवार की पूर्णिमा को ‘‘बक मून’’ नाम दिया गया है। इसे हिरन मून भी कहा जाता है। ऐसा साल के उस समय के संदर्भ में किया गया है, जब हिरन के नए सींग उगते हैं। 14 जून को दिखे सुपरमून को ‘‘स्ट्रॉबेरी मून’’ नाम दिया गया था क्योंकि यह पूर्णिमा स्ट्रॉबेरी की फसल के समय पड़ी थी।
दुनिया भर में इसके अन्य नामों में थंडर मून, हे मून और विर्ट मून शामिल हैं। मूल अमेरिकी इसे सैल्मन मून, रास्पबेरी मून और कैलमिंग मून भी कहते हैं। हिरन सुपरमून 13 जुलाई की रात 12:07 बजे दिखाई देगा। जिसके बाद यह दुबारा एक साल बाद, 3 जुलाई, 2023 को दिखाई देगा। साल का आखिरी सुपरमून इस साल जून में देखा गया था, जिसे स्ट्रॉबेरी मून के नाम से जाना जाता है। उस समय चंद्रमा पृथ्वी से 3,63,300 किलोमीटर दूर था।
भाषा इनपुट के साथ