मध्य प्रदेश: मौसम का यू टर्न, भारी बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में तबाही, किसान लाचार
By कोमल बड़ोदेकर | Published: February 12, 2018 09:51 AM2018-02-12T09:51:42+5:302018-02-12T12:29:20+5:30
प्रदेश में अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से सोयाबीन और गेंहू की खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है जिससे किसानों को कर्ज और मौसम की दोहरी मार झेलनी पड़ी है।
मध्य प्रदेश के मौसम ने अचानक करवट बदल ली है। बीते शनिवार को मौसम के बदले मिजाज के बाद राजधानी भोपाल सहित कई इलाकों में तेज आंधी के साथ भारी बारिश और ओले गिरे। जहां राजधानी वासियों ने मौसम के इस मिजाज का लुत्फ उठाया वहीं दूसरी ओर प्रदेश के सीहोर, विदिशा, होशंगाबाद, गुना, राजगढ़, हरदा बैतूल और रायसेन सहित अन्य इलाकों में हुई बारिश और ओलावृष्टि से सोयाबीन और गेंहू की खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे किसानों को कर्ज और मौसम की दोहरी मार झेलनी पड़ी है।
इसके अलावा महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, विदर्भ, खानदेश में आसमान से आई तबाही के चलते ज्वार, गेंहू और चने की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
Rain and hailstorm lashed Sehore, Vidisha, Hoshangabad, Guna, Rajgarh, Harda, Betul and Raisen districts of #MadhyaPradesh yesterday. The sudden weather change has damaged crops in these districts. pic.twitter.com/TDPVLXy5kc
— ANI (@ANI) February 12, 2018
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले दो चार दिनों में पारा गिरने के आसार है जबकि बारिश की आशंका भी जताई जा रही है। महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में छुट-पुट लेकिन कुछ जगहों पर भारी ओलावृष्टि की खबर है, जिसके चलते फसलों वहां भी खेतों में तबाही का मंजर देखने को मिला है। महाराष्ट्र के परतवाड़ा में हुई भारी ओलावृष्टी के बाद सड़कें सफेद चादर में तब्दील हो गई।
मौसम विभाग की माने तो उत्तर पूर्वी एशिया में तेज हवाओं के चलते उत्तर भारत का मौसम के रुख में बदलाव के साथ 11 से 13 फरवरी के बीच बारिश और आंधी के आसार हैं। अगले तीन दिन में बूंदाबांदी, तेज बारिश या ओला वृष्टि हो सकती है। बारिश से तापमान कम होने के साथ ही एक बार फिर कुछ ठंड बढ़ सकती है।